"यमक अलंकार": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
No edit summary |
No edit summary |
||
पंक्ति 15: | पंक्ति 15: | ||
<references/> | <references/> | ||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
{{अलंकार}} | |||
{{व्याकरण}} | {{व्याकरण}} | ||
[[Category:हिन्दी भाषा]] | [[Category:हिन्दी भाषा]] |
12:16, 4 जनवरी 2011 का अवतरण
जिस जगह एक ही शब्द (व्याकरण) एक से अधिक बार प्रयुक्त हो, लेकिन उस शब्द का अर्थ हर बार भिन्न हो, वहाँ यमक अलंकार होता है।[1]
- उदाहरण
कनक कनक ते सौगुनी ,मादकता अधिकाय। वा खाये बौराय नर ,वा पाये बौराय।।
- यहाँ कनक शब्द की दो बार आवृत्ति हुई है जिसमे एक कनक का अर्थ है- धतूरा और दूसरे का अर्थ स्वर्ण है।
|
|
|
|
|