"कुलोत्तुंग प्रथम": अवतरणों में अंतर

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*यद्यपि इसके लिए उसे निरन्तर युद्धों में व्याप्त रहना पड़ा।
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11:54, 10 जनवरी 2011 का अवतरण

  • अधिराजेन्द्र के कोई सन्तान नहीं थी।
  • इस दशा में चोल राज्य के राजसिंहासन पर वेंगि का चालुक्य राजा राजेन्द्र कुलोत्तुंग आरूढ़ हुआ, जो चोल राजकुमारी का पुत्र था।
  • कुलोत्तुंग ने चोल साम्राज्य में व्यवस्था स्थापित करने के कार्य में अदभुत पराक्रम प्रदर्शित किया।
  • पर इस समय अनेक राजवंश प्रबल होने शुरू हो गए थे, और उनके साथ निरन्तर संघर्ष करते रहने के कारण चोल राजा की शक्ति क्षीण होनी प्रारम्भ हो गई थी।
  • पर कुलोत्तुंग के शासन काल में राज्य की शक्ति काफ़ी हद तक क़ायम रही।
  • यद्यपि इसके लिए उसे निरन्तर युद्धों में व्याप्त रहना पड़ा।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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