"राजेन्द्र द्वितीय": अवतरणों में अंतर

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*इन युद्धों में किसकी विजय हुई, यह निश्चित कर सकना सम्भव नहीं है, क्योंकि सोमेश्वर और राजेन्द्र द्वितीय दोनों ने ही अपनी प्रशस्तियों में अपनी विजयों का उल्लेख किया है।  
*इन युद्धों में किसकी विजय हुई, यह निश्चित कर सकना सम्भव नहीं है, क्योंकि सोमेश्वर और राजेन्द्र द्वितीय दोनों ने ही अपनी प्रशस्तियों में अपनी विजयों का उल्लेख किया है।  
*सम्भवतः इन युद्धों में न चालुक्य राजा चोलों को परास्त सके, और न ही राजेन्द्र द्वितीय चालुक्यों को।
*सम्भवतः इन युद्धों में न चालुक्य राजा चोलों को परास्त सके, और न ही राजेन्द्र द्वितीय चालुक्यों को।


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10:24, 14 फ़रवरी 2011 का अवतरण

  • राजाधिराज की मृत्यु के बाद उसके छोटे भाई राजेन्द्र द्वितीय ने रणक्षेत्र में ही चोलों के राजमुकुट को अपने सिर पर धारण कर लिया, और चालुक्य राज सोमेश्वर प्रथम आहवमल्ल के साथ युद्ध जारी रखा।
  • इन युद्धों में किसकी विजय हुई, यह निश्चित कर सकना सम्भव नहीं है, क्योंकि सोमेश्वर और राजेन्द्र द्वितीय दोनों ने ही अपनी प्रशस्तियों में अपनी विजयों का उल्लेख किया है।
  • सम्भवतः इन युद्धों में न चालुक्य राजा चोलों को परास्त सके, और न ही राजेन्द्र द्वितीय चालुक्यों को।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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