"कर्कोटक वंश": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
छो (Text replace - "==टीका टिप्पणी और संदर्भ==" to "{{संदर्भ ग्रंथ}} ==टीका टिप्पणी और संदर्भ==")
पंक्ति 23: पंक्ति 23:
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
<references/>
<references/>
==सम्बंधित कडियाँ==
==संबंधित लेख==
{{कर्कोटक वंश}}
{{कर्कोटक वंश}}
{{भारत के राजवंश}}
{{भारत के राजवंश}}

07:09, 8 मई 2011 का अवतरण

  • कश्मीर के हिन्दू राज्य के विषय में हमें कल्हण की 'राजतरंगिणी' से जानकारी मिलती है।
  • 800 से 1200 ई. के मध्य कश्मीर में तीन राजवंशों ने शासन किया जिनका क्रम था-
  1. कर्कोटक वंश,
  2. उत्पल वंश
  3. लोहार वंश
  • 7वीं शताब्दी में दुर्लभ वर्धन ने कश्मीर में कोर्कोट वंश की स्थापना की।
  • ह्वेनसांग के विवरण के आधार पर कहा जाता है कि उसके राज्य की सीमा के अन्तर्गत तक्षशिला, सिंहपुर, उरशा, पुंछ एवं राजपूताना शामिल थे।
  1. दुर्लभ वर्धन
  2. दुर्लभक
  3. चन्द्रपीड
  4. ललितादित्य मुक्तापीड
  5. जयापीड विनयादित्य


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख