"रामलला नहछू -तुलसीदास": अवतरणों में अंतर
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देवलोक सब देखहिं आनँद अति हिय हो।। | देवलोक सब देखहिं आनँद अति हिय हो।। | ||
नगर सोहावन लागत बरनि न जातै हो। | नगर सोहावन लागत बरनि न जातै हो। | ||
कौसल्या के हर्ष न हृदय समातै हो | कौसल्या के हर्ष न हृदय समातै हो ।।2।। | ||
आले हि बाँस के माँड़व मनिगन पूरन हो। | आले हि बाँस के माँड़व मनिगन पूरन हो। | ||
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कीदहुँ रानि कौसलहि परिगा भोर हो।। | कीदहुँ रानि कौसलहि परिगा भोर हो।। | ||
राम अहहिं दसरथ कै लछिमन आन क हो। | राम अहहिं दसरथ कै लछिमन आन क हो। | ||
भरत सत्रुहन भाइ तौ श्रीरघुनाथ क हो | भरत सत्रुहन भाइ तौ श्रीरघुनाथ क हो ।।12।। | ||
आजु अवधपुर आनँद नहछू राम क हो। | आजु अवधपुर आनँद नहछू राम क हो। | ||
पंक्ति 129: | पंक्ति 129: | ||
तुलसिदास बलि जाहि देखि रघुराजहि हो।। | तुलसिदास बलि जाहि देखि रघुराजहि हो।। | ||
जे यह नहछू गावैं गाइ सुनावइँ हो। | जे यह नहछू गावैं गाइ सुनावइँ हो। | ||
ऋद्धि सिद्धि कल्यान मुक्ति नर पावइँ हो | ऋद्धि सिद्धि कल्यान मुक्ति नर पावइँ हो ।।2०।। | ||
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10:03, 1 नवम्बर 2014 का अवतरण
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आदि सारदा गनपति गौरि मनाइय हो। |
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