अकबर द्वितीय
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रविन्द्र प्रसाद (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 07:23, 1 जुलाई 2011 का अवतरण
- अकबर द्वितीय मुग़ल वंश का 18वाँ बादशाह था।
- वह शाह आलम द्वितीय का पुत्र था और उसने 1806-37 ई. तक राज किया।
- उसके समय तक भारत का अधिकांश राज अंग्रेज़ों के हाथों में चला गया था और 1803 ई. में दिल्ली पर भी उनका क़ब्ज़ा हो गया।
- बादशाह शाह आलम द्वितीय (1769-1806 ई.) अपने जीवन के अन्तिम दिनों में ईस्ट इंडिया कम्पनी की पेंशन पर जीवन यापन करता था।
- उसका पुत्र बादशाह अकबर द्वितीय ईस्ट इंडिया कम्पनी की कृपा के सहारे नाम मात्र का ही बादशाह था।
- अकबर द्वितीय से गवर्नर जनरल लॉर्ड हेस्टिंग्स (1813-23) की ओर से कहा गया कि वह कम्पनी के क्षेत्र पर अपनी बादशाहत का दावा छोड़ दे।
- लॉर्ड हेस्टिंग्स ने ईस्ट इंडिया कम्पनी की ओर से मुग़ल बादशाह को दी जाने वाली सहायता आदि की नज़रबन्दी कर दी।
- अकबर द्वितीय का लड़का और उसका उत्तराधिकारी बादशाह बहादुरशाह द्वितीय (1837-58 ई.) भारत का अन्तिम मुग़ल बादशाह था।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
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