राष्ट्रमंडल खेल 2022
राष्ट्रमंडल खेल 2022 या राष्ट्रमंडल खेल 2022 (अंग्रेज़ी: Commonwealth Games 2022) का आयोजन बर्मिघम, इंग्लैंड में किया गया था। वर्ष 2022 में 22वें राष्ट्रमंडल खेलों का शुभारम्भ 28 जुलाई, 2022 को हुआ और समापन समारोह 8 अगस्त, 2022 को हुआ। इन खेलों में 72 देशों ने शिरकत की और 283 स्पर्द्धाओं पांच हज़ार से अधिक खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया। इन खेलों में 178 मेडल लेकर सबसे ऊपर ऑस्ट्रेलिया रहा। उसने 67 गोल्ड अपने नाम किए। दूसरे नंबर पर इंग्लैंड रहा, जिसे कुल 176 मेडल मिले। जिनमें से 57 गोल्ड थे। तीसरे नंबर पर कनाडा रहा, जिसे 92 मेडल मिले। उसने कुल 26 गोल्ड हासिल किए। भारत इस बार मेडल तालिका में चढ़कर चौथे स्थान पर रहा। भारत को कुल 61 मेडल मिले, जिनमें 22 गोल्ड, 16 सिल्वर और 23 कांस्य पदक रहे। भारत ने 16 स्पर्द्धाओं में ये प्रदर्शन किया।
आयोजन
राष्ट्रमंडल खेल हर चार साल में आयोजित किए जाते हैं, जिसमें राष्ट्रमंडल राष्ट्र बहु-खेल आयोजन में प्रतिस्पर्धा करते हैं। यह सबसे प्रतिष्ठित प्रतियोगिताओं में से एक है। राष्ट्रमंडल खेल 2022 की शुरुआत बर्मिघम, इंग्लैंड में 28 जुलाई, 2022 से हुई और यह 8 अगस्त, 2022 को समाप्त हुये। राष्ट्र और एथलीट राष्ट्रमंडल खेल 2022 में विश्व के विभिन्न कोनों से आये 5000 से अधिक एथलीटों ने विभिन्न प्रतिस्पर्धाओं में भाग लिया। 22वें राष्ट्रमंडल खेलों के इस संस्करण में 72 देशों की भागीदारी थी।
इवेंट्स की संख्या
बड़ी संख्या में एथलीटों ने एथलेटिक्स, बैडमिंटन, हॉकी, मुक्केबाज़ी, नेटबॉल, स्क्वैश सहित अन्य 20 खेलों में प्रतिस्पर्धा की। हालांकि, कुछ इवेंट ऐसे भी रहे, जिन्हें राष्ट्रमंडल खेल 2022 में पहली बार शामिल किया गया था। इसमें महिला क्रिकेट, बास्केटबॉल 3×3, व्हीलचेयर बास्केटबॉल और पैरा टेबल टेनिस शामिल है।
आदर्श वाक्य और विजन
राष्ट्रमंडल खेल 2022 का आदर्श वाक्य सभी के लिए खेल था। साथ ही कॉमनवेल्थ 2022 का विजन लोगों को एक साथ लाना, स्वास्थ्य में सुधार करना और बदलाव के लिए उत्प्रेरक के रूप में कार्य करना है था। इससे भी अहम यह रहा कि मेजबान कभी ना भूल पाने वाले खेल कराना चाहते थे।
सफल देश
ऑस्ट्रेलिया 67 स्वर्ण, 57 रजत और 54 कांस्य समेत कुल 178 पदकों के साथ पहले स्थान पर रहा। इंग्लैंड 57 स्वर्ण, 66 रजत और 53 कांस्य समेत 176 पदकों के साथ दूसरे और कनाडा 26 स्वर्ण, 32 रजत और 34 कांस्य समेत 92 पदकों के साथ तीसरे स्थान पर रहा। भारत ने बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में 22 स्वर्ण, 16 रजत और 23 कांस्य समेत कुल 61 पदक अपने नाम किए और चौथे स्थान पर रहा।
भारत का प्रदर्शन
बर्मिंघम में राष्ट्रमंडल खेल 2022 में लगभग 200 भारतीय एथलीटों ने 16 विभिन्न खेलों में पदक के लिए प्रतिस्पर्धा की। गोल्ड कोस्ट, 2018 में पिछले संस्करण में, भारतीय एथलीटों ने कुल 66 पदक जीते थे। जिसमें 26 स्वर्ण, 20 रजत और 20 कांस्य पदक शामिल थे। इस तरह भारत मेजबान ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बाद तीसरे स्थान पर रहा था। निशानेबाज़ी के खेल ने गोल्ड कोस्ट, 2018 में 66 पदकों में से 16 पदक जीतने में मदद की। हालांकि, बर्मिंघम 2022 के राष्ट्रमंडल खेलों के प्रोग्राम से इस खेल को हटा दिया गया था।
राष्ट्रमंडल खेल 2022 से पहले हुए राष्ट्रमंडल खेलों में भारत के जीते गए कुल 503 पदकों में से 135 पदक निशानेबाजी में आए, जो किसी भी अन्य खेल में जीते गए पदकों की तुलना में सबसे अधिक रहे। इसमें 2010 में नई दिल्ली में हुए राष्ट्रमंडल खेल के दौरान जीते गए भारतीय निशानेबाजों के 30 पदक भी शामिल हैं। इसकी वजह से भारत ने इतिहास में अपने सबसे सफल राष्ट्रमंडल खेल का लुत्फ उठाया, जिसमें उन्होंने कुल 101 पदक जीते। टोक्यो ओलंपिक में भाला फेंक चैंपियन और विश्व चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता नीरज चोपड़ा की चोट के कारण राष्ट्रमंडल खेल 2022 से बाहर होने से निश्चित रूप से भारत एक पदक से चूक गया।
निशानेबाजी खेल के शामिल नहीं होने और नीरज चोपड़ा की अनुपस्थिति में भारतीय कुश्ती दल के ओलंपिक पदक विजेता रवि कुमार दहिया, बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पी. वी. सिंधु, विश्व चैंपियनशिप पदक विजेता किदांबी श्रीकांत और लक्ष्य सेन की अगुवाई वाली भारतीय टीम ने राष्ट्रमंडल खेल 2022 में शानदार प्रदर्शन किया। राष्ट्रमंडल खेल 2022 में भारतीय एथलीटों ने कुल 61 पदक जीते। जिसमें 22 स्वर्ण, 16 रजत और 23 कांस्य पदक शामिल रहे। संकेत सरगर बर्मिंघम में पदक जीतने वाले पहले भारतीय थे, जिन्होंने पुरुषों की 55 कि.ग्रा. भारोत्तोलन स्पर्धा में रजत पदक जीता था।
वहीं, मीराबाई चानू राष्ट्रमंडल खेल 2022 में स्वर्ण जीतने वाली पहली भारतीय थीं, जबकि जेरेमी लालरिनुंगा बर्मिंघम में शीर्ष पोडियम हासिल करने वाले पहले भारतीय एथलीट थे। इसके अलावा सुधीर लाठ ने सीडब्ल्यूजी 2022 में पैरा स्पोर्ट्स में भारत के लिए पहला स्वर्ण पदक जीता। वह पैरा पावरलिफ्टिंग पुरुषों के हैवीवेट वर्ग में चैंपियन बने।
भारत के पदक विजेता
राष्ट्रमंडल खेल 2022 में भारतीय खिलाड़ियों ने कई प्रतिस्पार्धाओं में भाग लिया और पदक जीते। वे खिलाड़ी जिन्होंने स्वर्ण पदक, रजत पदक तथा कांस्य पदक प्राप्त किये, उनके नाम इस प्रकार हैं-
22 स्वर्ण
मीराबाई चानू, जेरेमी लालरिनुंगा, अंचिता शेउली, महिला लॉन बॉल टीम, टीटी पुरुष टीम, सुधीर लाठ, बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक, दीपक पुनिया, रवि दहिया, विनेश फोगाट, नवीन मलिक, भाविना पटेल, नीतू घंघास, अमित पंघाल, एल्डहॉस पॉल, निखत ज़रीन, शरत कमल-श्रीजा अकुला, पी.वी. सिंधु, लक्ष्य सेन, सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी-चिराग शेट्टी, शरत कमल।
16 रजत
संकेत महादेव सरगर, बिंदियारानी देवी, सुशीला लिकमाबाम, विकास ठाकुर, भारतीय बैडमिंटन टीम, तूलिका मान, मुरली श्रीशंकर, अंशू मलिक, प्रियंका गोस्वामी, अविनाश साबले, पुरुष लॉन बॉल टीम, अब्दुल्ला अबुबकर, शरत कमल-जी. साथियान, महिला क्रिकेट टीम, सागर अहलावत, पुरुष हॉकी टीम।
23 कांस्य
गुरुराजा पुजारी, विजय कुमार यादव, हरजिंदर कौर, लवप्रीत सिंह, सौरव घोषाल, गुरदीप सिंह, तेजस्विन शंकर, दिव्या काकरन, मोहित ग्रेवाल, जैस्मिन लंबोरिया, पूजा गहलोत, पूजा सिहाग, मोहम्मद हुसामुद्दीन, दीपक नेहरा, रोहित टोकस, महिला हॉकी टीम, संदीप कुमार, अन्नू रानी, सौरव घोषाल-दीपिका, किदांबी श्रीकांत, त्रिषा-गायत्री, जी. साथियान।[1]
2026 राष्ट्रमंडल खेल
राष्ट्रमंडल खेलों का आयोजन साल 2026 में विक्टोरिया में किया जाएगा, जिसमें अधिकांश इवेंट राज्य के क्षेत्रीय केंद्रों द्वारा आयोजित किए जाएंगे। राष्ट्रमंडल खेलों में पहले विक्टोरिया 2026 एक मल्टी-सिटी मॉडल पेश करेगा जो वैश्विक खेल को Geelong, Bendigo, Ballarat, और Gippsland में चार क्षेत्रीय केंद्रों तक पहुंचाएगा। राष्ट्रमंडल खेल, 2026 में 74 देशों के भाग लेने की उम्मीद है। उद्घाटन समारोह 17 मार्च, 2026 को होगा और समापन 29 मार्च, 2026 को होगा।[2]
1930 में शुरू हुआ था राष्ट्रमंडल खेल
सन 1930 में शुरू हुए राष्ट्रमंडल खेल में भारत अब तक 18 बार भाग ले चुका है। उसने चार बार हिस्सा नहीं लिया। भारतीय खिलाड़ी 1930, 1950, 1962 और 1986 राष्ट्रमंडल खेलों में नहीं उतरे थे। 1934 में पहली बार भारतीय खिलाड़ियों ने जब भाग लिया था तब इसे ब्रिटिश एम्पायर गेम्स कहा जाता था।
आजादी के बाद पहली बार भारत ने 1954 में राष्ट्रमंडल खेलों में भाग लिया था। 1966 में पहली बार पदकों की संख्या 10 को पार किया। 1966 राष्ट्रमंडल खेलों के बाद भारत ने रफ्तार पकड़ ली। उसके बाद पदकों की संख्या लगातार बढ़ती रही। साल 2000 के बाद से राष्ट्रमंडल खेलों में भारत ने लगातार शानदार प्रदर्शन किया और पदकों की संख्या 50 के पार पहुंच गई। भारत के लिए 2010 राष्ट्रमंडल खेल सबसे शानदार रहा था। तब भारत ने अपनी मेजबानी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया था। भारत ने 2010 दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों में 101 पदक जीते थे। इनमें 38 स्वर्ण, 27 रजत और 36 कांस्य शामिल थे।
भारत के मुख्य पड़ाव
लंदन 1934- भारतीय खिलाड़ी पहली बार टूर्नामेंट में उतरे। छह एथलीटों ने 10 ट्रैक एंड फील्ड इवेंट्स और एक कुश्ती स्पर्धा में भाग लिया। भारत ने तब अपना पहला पदक जीता था। उसे पुरुषों की 74 किग्रा फ्रीस्टाइल कुश्ती स्पर्धा में राशिद अनवर ने रजत पदक दिलाया था। वह राष्ट्रमंडल खेलों में पदक जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी हैं।[3]
सिडनी 1938- भारत ने मुख्य रूप से साइकिलिंग में हिस्सा लिया था, लेकिन एक भी पदक नहीं मिला।
वैंकूवर 1954- भारत 1947 में आजाद होने के बाद पहली बार राष्ट्रमंडल खेलों में उतरा। उसने 1950 ऑकलैंड राष्ट्रमंडल खेलों में हिस्सा नहीं लिया था। 1954 में भारत के एथलीटों ने कुछ खेलों में हिस्सा लिया, लेकिन एक भी पदक नहीं जीत पाए।
कार्डिफ 1958- भारत को पहली बार राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक मिला। महान धावक मिलखा सिंह राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण अपने नाम करने वाले पहले पहले भारतीय खिलाड़ी बने। उन्होंने पुरुषों की 440 यार्ड स्पर्धा में पहला स्थान हासिल किया। कुश्ती में पहलवान लीला राम ने पुरुषों की 100 किग्रा फ्रीस्टाइल स्पर्धा में भारत को स्वर्ण दिलाया। इस साल पहली बार भारतीय महिला एथलीट राष्ट्रमंडल खेलों में उतरीं। ट्रैक एंड फील्ड एथलीट स्टेफनी डिसूजा और एलिजाबेथ डेवनपोर्ट ने हिस्सा लिया था। कुश्ती में लक्ष्मीकांत पांडेय ने रजत पदक अपने नाम किया था।
किंग्सटन, जमैका 1966- भारत ने 1962 पर्थ राष्ट्रमंडल खेलों में हिस्सा नहीं लिया था। 1966 में भारत को तीन स्वर्ण, चार रजत और तीन कांस्य मिला। इस तरह भारत ने 10 पदक अपने नाम किए। यह अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था। भारत की तीनों स्वर्ण कुश्ती में मिले। दो रजत और दो कांस्य भी इसी खेल से आए। मोहन घोष वेटलिफ्टिंग और दिनेश खन्ना बैडमिंटन में पदक जीतने वाले पहले भारतीय बने। दोनों ने क्रमश: रजत और कांस्य पदक अपने नाम किया।[3]
दिल्ली 2010- भारत को पहली बार राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी का मौका मिला। भारत इस बार अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। उसने 101 पदक अपने नाम किए। इनमें 38 स्वर्ण, 27 रजत और 36 कांस्य पदक थे। भारत ऐसा प्रदर्शन फिर दोहरा नहीं पाया।
बर्मिंघम 2022- महिला क्रिकेट को पहली बार राष्ट्रमंडल खेलों में शामिल किया गया। पहले ही संस्करण में भारत ने क्रिकट में रजत जीता। वहीं, ऑस्ट्रेलिया को स्वर्ण पदक मिला। हरमनप्रीत कौर ने भारतीय महिला क्रिकेट टीम का नेतृत्व किया। शूटिंग और आर्चरी को बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में शामिल नहीं किया गया था।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ CWG का समापन (हिंदी) amarujala.com। अभिगमन तिथि: 06 सितंबर, 2021।
- ↑ Commonwealth Games 2022 Medal Tally (हिंदी) hindi.sscadda.com। अभिगमन तिथि: 06 सितंबर, 2021।
- ↑ 3.0 3.1 राष्ट्रमंडल खेलों में भारत का पांचवां सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन (हिंदी) amarujala.com। अभिगमन तिथि: 06 सितंबर, 2021।
संबंधित लेख