विकास ठाकुर

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विकास ठाकुर
विकास ठाकुर
विकास ठाकुर
पूरा नाम विकास ठाकुर
जन्म 14 नवम्बर, 1993
जन्म भूमि लुधियाना, पंजाब
अभिभावक माता- आशा देवी

पिता- ब्रज ठाकुर

कर्म भूमि भारत
खेल-क्षेत्र भारोत्तोलन
प्रसिद्धि भारतीय भारोत्तोलक
नागरिकता भारतीय
कॉमनवेल्थ गेम्स ग्लास्गो, 2014 - 85 कि.ग्रा. वर्ग - रजत

गोल्ड कोस्ट, 2018 - 96 कि.ग्रा. वर्ग - कांस्य
बर्मिंघम, 2022 - 96 कि.ग्रा. वर्ग - रजत

अन्य जानकारी विकास ठाकुर ने लुधियाना डिस्ट्रिक्ट वेटलिफ्टिंग एंड बॉडीबिल्डिंग क्लब के साथ काम करने वाले परवेश चंदर शर्मा के मार्गदर्शन में वेटलिफ्टिंग का प्रशिक्षण लिया है।
अद्यतन‎

विकास ठाकुर (अंग्रेज़ी: Vikas Thakur, जन्म- 14 नवम्बर, 1993) लुधियाना, पंजाब से आने वाले भारतीय भारोत्तोलक (वेटलिफ़्टर) हैं। उन्होंने बर्मिंघम, इंग्लैंड में आयोजित कॉमनवेल्थ गेम्स, 2022 में 96 कि।ग्रा। वर्ग में रजत पदक के साथ राष्ट्रमंडल खेलों का एक और पदक अपने नाम किया। अनुभवी विकास ठाकुर ने कुल 346 कि।ग्रा। (155 कि।ग्रा। और 191 कि।ग्रा।) वजन उठाकर दूसरा स्थान हासिल किया और इस दौरान अपने लगातार तीसरे राष्ट्रमंडल खेलों में पदक जीता। विकास ठाकुर का राष्ट्रमंडल खेलों में यह दूसरा रजत पदक है। वह 2014 ग्लास्गो खेलों में भी दूसरे स्थान पर रहे थे जबकि गोल्ड कोस्ट में 2018 में उन्होंने कांस्य पदक जीता था। विकास ठाकुर ने अपने वेटलिफ्टिंग कॅरियर में कई भारोत्तोलन प्रतियोगिताएं जीती हैं। वे 8 स्वर्ण पदकों और एक रजत पदक के साथ कुल 9 राष्ट्रीय पदक विजेता हैं।

परिचय

विकास ठाकुर का जन्म 14 नवंबर, 1993 को लुधियाना, पंजाब में हुआ था। उनके पिता का नाम ब्रज ठाकुर है। उन्होंने बेटे विकास को शुरुआत से ही खेलों में कॅरियर बनाने के लिए प्रेरित किया। विकास ठाकुर की माता का नाम आशा देवी है, जो कि एक गृहणी हैं। विकास ठाकुर का परिवार हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर से भी ताल्लुक रखता है। उनके पिता भारतीय रेलवे में मेल एक्सप्रेस गार्ड के रूप में कार्यरत हैं।[1]

प्रशिक्षण

विकास ठाकुर ने साल 2002 से मात्र नौ साल की उम्र में वेटलिफ्टिंग शुरू कर दी थी। उन्होंने लुधियाना डिस्ट्रिक्ट वेटलिफ्टिंग एंड बॉडीबिल्डिंग क्लब के साथ काम करने वाले परवेश चंदर शर्मा के मार्गदर्शन में वेटलिफ्टिंग का प्रशिक्षण लिया। उन्होंने कोच विजय शर्मा और संदीप कुमार द्वारा राष्ट्रीय खेल संस्थान, पटियाला में भी प्रशिक्षण लिया है। फिलहाल (2022 में) विकास ठाकुर भारतीय वायु सेना में कार्यरत हैं। उन्होंने यहां तक पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत की है।

कॉमनवेल्थ गेम्स, 2022

भारत के हैवीवेट भारोत्तोलक विकास ठाकुर ने 96 कि.ग्रा. वर्ग में रजत पदक के साथ राष्ट्रमंडल खेलों (2022) का एक और पदक अपने नाम किया। अनुभवी विकास ठाकुर ने कुल 346 कि.ग्रा. (155 कि.ग्रा. और 191 कि.ग्रा.) वजन उठाकर दूसरा स्थान हासिल किया और इस दौरान अपने लगातार तीसरे राष्ट्रमंडल खेलों में पदक जीता। समोआ के डॉन ओपेलोगे ने कुल 381 कि.ग्रा. (171 कि.ग्रा. और 210 कि.ग्रा.) वजन उठाकर रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन के साथ स्वर्ण पदक जीता और अपने 2018 के प्रदर्शन के सुधार किया, जहां उन्होंने रजत पदक जीता था।

विकास ठाकुर, कॉमनवेल्थ गेम्स, 2022

क्लीन एवं जर्क में विकास ठाकुर ने 187 कि.ग्रा. वजन उठाकर शुरुआत की। दूसरे प्रयास में उन्हें 191 कि.ग्रा. वजन उठाने के लिए थोड़ी मशक्कत करनी पड़ी, लेकिन पंजाब का भारोत्तोलक इस प्रयास में सफल रहा और इसका जश्न उन्होंने अपनी जांघ पर हाथ मारकर मनाया, जिसे भारतीय क्रिकेटर शिखर धवन ने लोकप्रिय किया है।

रजत पदक सुनिश्चित होने के बाद विकास ठाकुर ने अपने अंतिम प्रयास में 198 कि.ग्रा. वजन उठाने का प्रयास किया जो उनके निजी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन से एक किग्रा अधिक था। वह हालांकि यह वजन उठाने में विफल रहे। लेकिन यह स्पर्धा ओपेलोगे के नाम रही जिन्होंने स्नैच, क्लीन एवं जर्क तथा कुल भार तीनों वर्ग में राष्ट्रमंडल खेलों का नया रिकॉर्ड बनाया। स्थानीय दावेदार सिरिल टीचैटचेट ने निराश किया क्योंकि वह क्लीन एवं जर्क में एक भी वैध प्रयास नहीं कर पाए। साइप्रस के एंटोनिस मार्तासिदिस के साथ भी ऐसा ही हुआ। टीचैटचेट और मार्तासिदिस दोनों पदक के दावेदार थे।

उपलब्धियाँ

  • साल 2013 में आयोजित कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में रजत पदक जीता।
  • अल्माटी में साल 2014 में हुई वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक हासिल किया।
  • ग्लासगो, स्कॉटलैंड में राष्ट्रमंडल खेल, 2014 में रजत पदक हासिल किया।[1]
  • गोल्ड कोस्ट, 2018 में कांस्य पदक जीता था।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. 1.0 1.1 कौन हैं विकास ठाकुर? (हिंदी) hindi.opoyi.com। अभिगमन तिथि: 05 जुलाई, 2022।

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