रामराजभूषणुडु (भट्टूमुर्ति)

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
रविन्द्र प्रसाद (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 11:24, 11 अक्टूबर 2022 का अवतरण (''''रामराजभूषणुडु''' (अंग्रेज़ी: ''Ramarajabhushanudu'') मध्यकालीन ...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें

रामराजभूषणुडु (अंग्रेज़ी: Ramarajabhushanudu) मध्यकालीन विजय नगर साम्राज्य के 'अष्टदिग्गज' कवियों में से एक था। उसे 'भट्टमूर्ति' के नाम से भी जाना जाता था।

  • विजय नगर साम्राज्य के श्रेष्ठ शासक कृष्णदेव राय के दरबार में तेलुगु साहित्य के 8 सर्वश्रेष्ठ कवि रहते थे, जिन्हें 'अष्टदिग्गज' कहा जाता था। अष्टदिग्गजों में शामिल कवियों के नाम निम्न प्रकार हैं-
  1. अल्ल सानि पेद्दन
  2. नन्दी तिम्मन
  3. धूर्जटि
  4. मादय्यगरि मल्लन
  5. अय्यलराजु रामभध्रुडु
  6. पिंगलीसूरन्न
  7. रामराजभूषणुडु (भट्टूमुर्ति)
  8. तेनालि रामकृष्णा
  • रामराजभूषणुडु की कृति 'वसुचरित्र, स्लेश या दोहरे अर्थ के उपयोग के लिए सबसे प्रसिद्ध है। इन कविताओं की बाद में चेमकुरा वेंकट कवि सहित कई तेलुगु कवियों ने नकल की।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख