धारापतन तीर्थ मथुरा

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
ऋचा (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 13:37, 15 जून 2011 का अवतरण
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
  • यहाँ स्नान करने पर मनुष्य सब प्रकार के सुखों को भोग करता हुआ सहज ही स्वर्ग को प्राप्त कर लेता है तथा यहाँ प्राण त्याग करने पर भगवद् धाम को गमन करता है ।

धारासम्पातने स्नात्वा नाकपृष्ठे स मोदते ।
अथात्र मुज्चते प्राणान् मम लोकं स गच्छति ।।

संबंधित लेख