नारद कुण्ड काम्यवन

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
व्यवस्थापन (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 13:20, 15 दिसम्बर 2010 का अवतरण (Text replace - "{{incomplete}}" to "")
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें

यह नारद जी की आराधना स्थली है। देवर्षि नारद इस स्थान पर कृष्ण की मधुर लीलाओं का गान करते हुए अधैर्य हो जाते थे। [1]

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. देखह नारद कुण्ड नारद एई खाने। हैल महा अधैर्य कृष्णेर लीला गाने। (भक्तिरत्नाकर)

संबंधित लेख