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तस्मिन्स्नातो नरो देवि ! मम लोके महीयते ।।</blockquote>
 
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  • यहाँ स्नान करने पर संसार के आवागमन से मुक्त होकर भगवत लोक की प्राप्ति होती हैं ।

अस्ति चान्यतरं गुह्मं सर्वसंसारमोक्षणम् ।
तस्मिन्स्नातो नरो देवि ! मम लोके महीयते ।।

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