स्वयाध्यक्ष

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स्वयाध्यक्ष मौर्य साम्राज्य की शासन व्यवस्था का एक उच्च पद था।

  • अशोक के 12वें शिलालेख में निम्न तीन उच्च अधिकारियों का उल्लेख है-
  1. धम्ममहामात्र
  2. ब्रजभूमिक
  3. स्वयाध्यक्ष
  • स्वयाध्यक्ष महिलाओं के नैतिक आचरण की देख-रेख करने वाला अधिकारी था। इसका कार्य सम्राट के अंत:पुर तथा तथा महिलाओं के बीच धम्म प्रचार करना भी था।

इन्हें भी देखें: मौर्यकालीन भारत, मौर्य काल का शासन प्रबंध, मौर्ययुगीन पुरातात्विक संस्कृति एवं मौर्यकालीन कला


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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