सोमतीर्थ मथुरा

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
व्यवस्थापन (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 20:06, 14 सितम्बर 2010 का अवतरण (Text replace - "==सम्बंधित लिंक==" to "==संबंधित लेख==")
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें

सोमतीर्थं तु वसुधे! पवित्रे यमुनाम्भसि।

तत्रभिषेकं कुर्वीत सर्वकर्मप्रतिष्ठित: ।
मोदते सोमलोके तु इदमेव न संशय:।।

[1]

सोमतीर्थ का दूसरा नाम गौ घाट है । यहाँ यमुना के पवित्र जल से अभिषेक करने पर सारे मनोरथ सिद्ध हो जाते हैं ।

टीका-टिपण्णी

  1. आदि वाराह पुराण

संबंधित लेख