डोगरा

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डोगरा भारत के जम्मू-कश्मीर राज्य की राजपूत जाति या जाति समूह। जम्मू क्षेत्र[1] के राजपूतों में डोगरा मुख्य रूप से प्रभावशाली हैं।[2]

  • डोगराओं ने 19वीं शताब्दी में प्रमुखता हासिल की। काफ़ी लंबे समय से जम्मू एक छोटा राज्य था, लेकिन 1780 ई. के बाद यह सिक्खों का सहायक प्रदेश बन गया। गुलाब सिंह ने सिक्खों में प्रतिष्ठा पाई और 1820 ई. में उन्हें जम्मू का राजा बना दिया गया। यही डोगरा साम्राज्य की शुरुआत थी।
  • उत्तर में लद्दाख और बाल्टिस्तान पर क़ब्जा करके डोगरा लोगों ने अपने राज्य का विस्तार किया।
  • प्रथम सिक्ख युद्ध (1845-1846 ई.) में गुलाब सिंह डटे रहे और बाद में मध्यस्थ की भूमिका निभाई। इसके पुरस्कार स्वरूप ब्रिटिश सरकार ने नक़द भुगतान के बदले कश्मीर उन्हें दे दिया, जिसे 1819 में सिक्खों ने जीता था।
  • कश्मीर घाटी में भी ब्राह्मण अल्पसंख्यकों को छोड़कर मुख्य रूप से मुसलमान ही रहते थे। 1947 में गुलाब सिंह के पड़पोते हरिसिंह को पाकिस्तान के पख़्तूनों के हमले का सामना करना पड़ा और वह भारतीय संघ में शामिल हो गए।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. लाहौर के उत्तर में मोटे तौर पर चिनाब और रावी नदियों के बीच का इलाक़ा
  2. भारत ज्ञानकोश, खण्ड-2 |लेखक: इंदु रामचंदानी |प्रकाशक: एंसाइक्लोपीडिया ब्रिटैनिका प्राइवेट लिमिटेड, नई दिल्ली और पॉप्युलर प्रकाशन, मुम्बई |संकलन: भारतकोश पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 325 |

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