कटोच (अंग्रेज़ी: Katoch) चन्द्रवंशी क्षत्रिय हैं। उनका मूल निवास त्रिगर्त राज्य था, जिसका वर्णन महाभारत में मिलता है। त्रिगर्त राज्य की मत्स्य और विराट राज्य के साथ शत्रुता का जिक्र महाभारत में उल्लेखित है।
- पृथ्वीराजरासो में इस वंश का नाम कारटपाल मिलता है।
- अबुल फ़ज़ल ने भी नगरकोट राज्य, कांगड़ा दुर्ग एवं ज्वालामुखी मन्दिर का जिक्र किया है।
- यूरोपियन यात्री विलियम फिंच ने 1611 ई. में अपनी यात्रा में कांगड़ा] का जिक्र किया था।
- डॉ. व्युलर लिखते हैं कि कांगड़ा राज्य का एक नाम सुशर्मापुर था, जो कटोच वंश को प्राचीन त्रिगर्त वंश के शासक सुशर्माचन्द का वंशज सिद्ध करता है।
- त्रिगर्त राज्य की सीमाएँ एक समय पूर्वी पाकिस्तान से लेकर उत्तर में लद्दाख तथा पूरे हिमाचल प्रदेश में फैलि हुईं थीं।
- त्रिगर्त राज्य का जिक्र रामायण एवं महाभारत में भी भली-भांति मिलता है।
- कटोच राजा सुशर्माचन्द्र ने दुर्योधन का साथ देते हुए पांडवों के विरुद्ध युद्ध लड़ा था।
- सुशर्माचन्द्र का अर्जुन से युद्ध का जिक्र भी महाभारत में मिलता है।
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