"ओस की बूँदें पड़ीं तो -दिनेश रघुवंशी": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
('{| style="background:transparent; float:right" |- | {{सूचना बक्सा कविता |चित्र=Dinesh-Raghuvanshi...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
No edit summary |
||
पंक्ति 30: | पंक्ति 30: | ||
{{Poemopen}} | {{Poemopen}} | ||
<poem>ओस की बूँदें पड़ीं तो पत्तियाँ ख़ुश हो गईं | <poem> | ||
ओस की बूँदें पड़ीं तो पत्तियाँ ख़ुश हो गईं | |||
फूल कुछ ऐसे खिले कि टहनियाँ ख़ुश हो गईं | फूल कुछ ऐसे खिले कि टहनियाँ ख़ुश हो गईं | ||
पंक्ति 43: | पंक्ति 44: | ||
साहिलों पर दूर तक चुपचाप बिखरी थीं जहाँ | साहिलों पर दूर तक चुपचाप बिखरी थीं जहाँ | ||
छोटे बच्चों ने चुनी तो | छोटे बच्चों ने चुनी तो सीपियाँ ख़ुश हो गईं | ||
</poem> | </poem> | ||
{{Poemclose}} | {{Poemclose}} | ||
<br /> | |||
==सम्बंधित लेख== | |||
{{समकालीन कवि}} | |||
[[Category:समकालीन साहित्य]][[Category:दिनेश रघुवंशी]][[Category:ग़ज़ल]] | [[Category:समकालीन साहित्य]][[Category:दिनेश रघुवंशी]][[Category:ग़ज़ल]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ | ||
__NOEDITSECTION__ | __NOEDITSECTION__ |
11:56, 23 अगस्त 2011 के समय का अवतरण
| ||||||||||||||||
|
ओस की बूँदें पड़ीं तो पत्तियाँ ख़ुश हो गईं |
सम्बंधित लेख