"राजस्थान पर्यटन": अवतरणों में अंतर
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==जीप सफारी== | ==जीप सफारी== | ||
अनछुए स्थानों तक पहुँचने का बेहतरीन ज़रिया जीप सफारी है। जीप मज़बूत वाहन होने के नाते दुष्कर स्थान तक आसानी से पहुंच सकती है। इसमें [[थार मरुस्थल|थार के मरुस्थल]] को पार कर सकते हैं और [[हिमालय]] पर जीप सफारी में [[मनाली हिमाचल प्रदेश|मनाली]] से [[लेह]] तक का सफर तय किया जा सकता है। जीप सफारी के कुछ प्रमुख रुट हैं। लेह और [[लद्दाख]], [[कुमाऊँ]] और [[गढ़वाल]] तथा [[राजस्थान]]। | अनछुए स्थानों तक पहुँचने का बेहतरीन ज़रिया जीप सफारी है। जीप मज़बूत वाहन होने के नाते दुष्कर स्थान तक आसानी से पहुंच सकती है। इसमें [[थार मरुस्थल|थार के मरुस्थल]] को पार कर सकते हैं और [[हिमालय]] पर जीप सफारी में [[मनाली हिमाचल प्रदेश|मनाली]] से [[लेह]] तक का सफर तय किया जा सकता है। जीप सफारी के कुछ प्रमुख रुट हैं। लेह और [[लद्दाख]], [[कुमाऊँ]] और [[गढ़वाल]] तथा [[राजस्थान]]। |
13:40, 3 फ़रवरी 2013 के समय का अवतरण
राजस्थान राज्य में पर्यटन के प्रमुख केंद्र हैं:
- जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, बीकानेर, माउंट आबू
- अलवर में सरिस्का बाघ विहार
- भरतपुर में केवलादेव राष्ट्रीय पक्षी विहार
- अजमेर, जैसलमेर, पाली, चित्तौड़गढ़
- ब्यावर
- कौलवी राजस्थान के झालावाड़ ज़िले के निकट एक ग्राम के रूप में विद्यमान है,जो बौद्ध विहार के लिए प्रसिद्ध है।
- केशवरायपाटन यह प्राचीन नगर राजस्थान के कोटा शहर से 22 किमी. दूर चम्बल नदी के तट पर अवस्थित है।
ऊँट सफारी
रेगिस्तानी इलाके में भ्रमण करना हैं तो कैमल (ऊँट) सफारी से क़तई अछूते नहीं रहें। रेगिस्तान के इस जहाज पर हिचकोले ले-लेकर की गई यात्रा आप क़तई भुला नहीं पाएंगे क्योंकि रेगिस्तान का मजा उसके महारथी की पीठ पर बैठकर कुछ अलग ही आता है। ध्यान रखें कि कैमल सफारी का लुत्फ सर्दियों में ही लें।
जीप सफारी
अनछुए स्थानों तक पहुँचने का बेहतरीन ज़रिया जीप सफारी है। जीप मज़बूत वाहन होने के नाते दुष्कर स्थान तक आसानी से पहुंच सकती है। इसमें थार के मरुस्थल को पार कर सकते हैं और हिमालय पर जीप सफारी में मनाली से लेह तक का सफर तय किया जा सकता है। जीप सफारी के कुछ प्रमुख रुट हैं। लेह और लद्दाख, कुमाऊँ और गढ़वाल तथा राजस्थान।
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संदर्भ
संबंधित लेख