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*अजयराज का उत्तराधिकारी अर्णोराज लगभग 1153 ई. में गद्दी पर बैठा।
'''अर्णोराज''' [[राजस्थान]] के इतिहास में प्रसिद्ध [[अजयराज चौहान]] का पुत्र था। इसके शासन काल में चौहानों की शक्ति काफ़ी बढ़ चुकी थी।
*सम्भवतः उसने सुल्ताल महमूद की सेना को [[अजमेर]] के निकट परास्त किया था परन्तु [[चालुक्य वंश|चालुक्य]] नरेश कुमार पाल से हार गया था।
*चौहान शक्ति का सबसे अधिक विस्तार इसी के समय में हुआ।
*उसके पुत्र जगदेव ने उसकी हत्या कर दी।
*कालान्तर में जगदेव को उपदस्थ कर [[विग्रहराज चतुर्थ बीसलदेव]] गद्दी पर बैठा।


*अजयराज का उत्तराधिकारी अर्णोराज लगभग 1153 ई. में गद्दी पर बैठा था।
*सम्भवतः उसने सुल्ताल महमूद की सेना को [[अजमेर]] के निकट परास्त किया था, परन्तु [[चालुक्य वंश|चालुक्य]] नरेश कुमार पाल से वह हार गया था।
*चौहान शक्ति का सबसे अधिक विस्तार अर्णोराज के समय में ही हुआ।
*अर्णोराज के पुत्र जग्गदेव ने उसकी हत्या कर दी थी। कालान्तर में जग्गदेव को उपदस्थ कर [[विग्रहराज चतुर्थ बीसलदेव]] गद्दी पर बैठ गया।


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12:26, 12 अप्रैल 2014 के समय का अवतरण

अर्णोराज राजस्थान के इतिहास में प्रसिद्ध अजयराज चौहान का पुत्र था। इसके शासन काल में चौहानों की शक्ति काफ़ी बढ़ चुकी थी।

  • अजयराज का उत्तराधिकारी अर्णोराज लगभग 1153 ई. में गद्दी पर बैठा था।
  • सम्भवतः उसने सुल्ताल महमूद की सेना को अजमेर के निकट परास्त किया था, परन्तु चालुक्य नरेश कुमार पाल से वह हार गया था।
  • चौहान शक्ति का सबसे अधिक विस्तार अर्णोराज के समय में ही हुआ।
  • अर्णोराज के पुत्र जग्गदेव ने उसकी हत्या कर दी थी। कालान्तर में जग्गदेव को उपदस्थ कर विग्रहराज चतुर्थ बीसलदेव गद्दी पर बैठ गया।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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