"जोधपुर": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
No edit summary
छो (Text replacement - "पश्चात " to "पश्चात् ")
 
(8 सदस्यों द्वारा किए गए बीच के 31 अवतरण नहीं दर्शाए गए)
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
{{tocright}}
{{सूचना बक्सा पर्यटन
जोधपुर [[भारत]] के राजपूत राजाओं का एक प्रमुख गढ़ रहा है। इसकी स्‍थापना 1459 में राव जोधा ने किया था। जोधपुर मारवाड़ों का मुख्‍य वित्तिय राजधानी था, जहाँ [[राठौड़ वंश]] ने शासन किया था। जोधपुर [[थार मरुस्‍थल]] के दाहिने छोर पर स्थित है।
|चित्र=Mehrangarh-Fort-Jodhpur-2.jpg
|विवरण=जोधपुर शहर, जोधपुर ज़िले का प्रशासनिक मुख्यालय, राजस्थान राज्य, पश्चिमोत्तर [[भारत]] में स्थित है।
|राज्य=[[राजस्थान]]
|ज़िला=[[जोधपुर ज़िला|जोधपुर]]
|निर्माता=
|स्वामित्व=
|प्रबंधक=
|निर्माण काल=
|स्थापना=सन 1459 ई. में एक [[राजपूत]] राव जोध द्वारा स्थापित
|भौगोलिक स्थिति=[http://maps.google.com/maps?q=26.28,73.02&t=m&z=12&vpsrc=0 उत्तर- 26° 17' - पूर्व- 73°01]
|मार्ग स्थिति=
|प्रसिद्धि=जोधपुर क़िले, हवेलियाँ, मेले और अन्य उत्सवों के लिए प्रसिद्ध है।
|कब जाएँ=
|यातायात=ऑटो रिक्शा, टोंगा, टैक्सी और बस
|हवाई अड्डा=जोधपुर हवाई अड्डा
|रेलवे स्टेशन=जोधपुर रेलवे स्टेशन
|बस अड्डा=प्रताप नगर बस स्टैंड, पाओटा बस स्टैंड
|कैसे पहुँचें=हवाई जहाज़, रेल, बस आदि से पहुँचा जा सकता है।
|क्या देखें=[[मेहरानगढ़ क़िला जोधपुर|मेहरानगढ़ क़िला]],  [[जसवंत थाड़ा जोधपुर|जसवंत थाड़ा]], [[उम्मेद महल जोधपुर|उम्मेद महल]]
|कहाँ ठहरें=होटल, धर्मशाला, अतिथि ग्रह
|क्या खायें=मावा का लड्डू, क्रीम युक्‍त लस्‍सी, मावा कचौड़ी और दूध फिरनी आदि।
|क्या ख़रीदें=हाथीदाँत का सामान, काँच की [[चूड़ी|चूड़ियाँ]], छुरी—काँटा, रंगे हुए [[वस्त्र]], लाख की वस्तुएँ, नमदे, चमड़े का सामान आदि।
|एस.टी.डी. कोड=0291
|ए.टी.एम=लगभग सभी
|सावधानी=
|मानचित्र लिंक=[http://maps.google.co.in/maps?f=d&source=s_d&saddr=Jodhpur+Airport,+Jodhpur,+Rajasthan&daddr=Jodhpur+railway+station&geocode=FRySkAEdjaBaBClLh-AZhIxBOTFTOB8bb1E7kw%3BFckOkQEd-j1aBCldTYB3TIxBOTGJThUybhS2UA&hl=en&mra=ls&sll=26.28161,73.023163&sspn=0.281975,0.617294&g=Jodhpur,+Rajasthan&ie=UTF8&ll=26.266633,73.030586&spn=0.070503,0.154324&z=13 जोधपुर हवाई अड्डा]
|संबंधित लेख=
|शीर्षक 1=
|पाठ 1=
|शीर्षक 2=
|पाठ 2=
|अन्य जानकारी=15वीं शदी में निर्मित क़िला और महलें यहाँ आने वाले पर्यटकों के लिए आकर्षण का प्रमुख केंद्र रहा है।
|बाहरी कड़ियाँ=[http://jodhpur.rajasthan.gov.in/content/raj/jodhpur/en/home.html आधिकारिक वेबसाइट]
|अद्यतन=
}}
'''जोधपुर''' शहर, [[जोधपुर ज़िला|जोधपुर ज़िले]] का प्रशासनिक मुख्यालय, [[राजस्थान]] राज्य, पश्चिमोत्तर [[भारत]] में है। जोधपुर प्रमुख सड़क और रेल जंक्शन वाला शहर है। जोधपुर शहर के कुछ हिस्से 18वीं शताब्दी के परकोटे से घिरे हुए हैं। यह दुर्ग, जिसमें महल और ऐतिहासिक संग्रहालय हैं, एक अलग-थलग, लेकिन ऊँची चट्टान पर बना हुआ है, जो दूर से ही दिखाई देता है। इसके ठीक उत्तर में [[मारवाड़]] की प्राचीन राजधानी [[मंडौर जोधपुर राजस्थान|मंडौर]] के चौथी शताब्दी के [[अवशेष]] विद्यमान हैं। जोधपुर मारवाड़ों का मुख्‍य वित्तिय राजधानी था, जहाँ [[राठौड़ वंश]] ने शासन किया था। जोधपुर [[थार मरुस्थल]] के दाहिने छोर पर स्थित है।
[[चित्र:View-Of-Jodhpur-2.jpg|thumb|250px|left|जोधपुर का एक दृश्य]]
==स्थापना==
जोधपुर की स्थापना एक [[राजपूत]] [[राव जोधा]] (1438-89 ई.) ने 1459 में की थी और यह भूतपूर्व जोधपुर रियासत की राजधानी था। मंडोर से हटाकर नयी राजधानी यहाँ बसायी गयी थी। नयी राजधानी को सुरक्षित रखने के लिए चिड़ियाटुंक पहाड़ी पर एक दुर्ग भी बनाया गया था, जो आज भी जोधपुर के किले के नाम से प्रसिद्ध है।
 
==इतिहास==
जोधपुर पर 1565 ई. में [[मुग़ल|मुग़लों]] का अधिकार हो गया। जोधपुर राज्य के राव चन्द्रसेन ने 1570 ई. में [[अकबर]] से भेंट की लेकिन अकबर ने उसके प्रतिद्वन्द्वी भाई मोटा [[राजा उदयसिंह]] को जोधपुर राज्य का अधीन शासक मान लिया। चन्द्रसेन निराश लौट गया और जीवनपर्यंत विरोध करता रहा। 1961 में मुग़ल बादशाह [[अकबर]] के आक्रमण के बाद इसने मुग़लों का प्रभुत्व स्वीकार कर लिया। 1679 में मुग़ल बादशाह [[औरंगज़ेब]] ने मारवाड़ पर हमला करके इसे लूटा और यहाँ के निवासियों को [[इस्लाम धर्म]] स्वीकार करने को मजबूर किया, लेकिन जोधपुर, [[जयपुर]] और [[उदयपुर]] की रियासतों ने गठबंधन बनाकर [[मुसलमान|मुसलमानों]] के नियंत्रण को रोके रखा। इसके बाद जयपुर और जोधपुर के राजकुमारों को उदयपुर [[परिवार]] के साथ वैवाहिक सम्बन्ध करने का अधिकार (जो मुग़लों के साथ मित्रता के कारण समाप्त हो गया था) इस शर्त पर फिर से प्राप्त हो गया कि उदयपुर की राजकुमारियों से उत्पन्न बच्चे पहले उत्तराधिकारी होंगे। [[चित्र:Phool-Mahal-Jodhpur-2.jpg|thumb|250px|left|फूलमहल, [[मेहरानगढ़ क़िला जोधपुर|मेहरानगढ़ क़िला]], जोधपुर ]] लेकिन इस शर्त से उत्पन्न झगड़ों के कारण अन्ततः यहाँ [[मराठा|मराठों]] का प्रभुत्व क़ायम हो गया। औरंगजेब के समय जोधपुर का शासक जसवंतसिंह की मृत्यु (1678 ई.) के पश्चात् औरंगजेब और जोधपुर राज्य के मध्य लम्बे समय तक संघर्ष चलता रहा। यह संघर्ष जोधपुर की गद्दी पर अजीतसिंह (जसवंतसिंह के पुत्र) के अधिकार को लेकर हुआ। संघर्ष का अंत औरंगजेब की मृत्यु (1707 ई.) के पश्चात् मुग़ल सम्राट फर्रुखशिखर के समय ही हो सका। 1818 में जोधपुर ब्रिटिश सत्ता के अंतर्गत आ गया। 1949 में यह राजस्थान राज्य में शामिल हो गया।
 
==कृषि और खनिज==
जोधपुर शहर [[कृषि]] उपज, ऊन, मवेशी, [[नमक]] और चमड़े का विपणन केन्द्र है।
==उद्योग और व्यापार==
यहाँ इंजीनियरिंग और रेल की कार्यशालाएँ हैं व साथ ही सूती वस्त्र, पीतल तथा [[लोहा|लोहे]] के बर्तन, साइकिल, स्याही और पोलो के उपकरणों का निर्माण होता है। जोधपुर अपने हस्तशिल्प उत्पादों के लिए प्रख्यात है, जिसमें हाथीदाँत का सामान, काँच की [[चूड़ी|चूड़ियाँ]], छुरी—काँटा, रंगे हुए [[वस्त्र]], लाख की वस्तुएँ, नमदे, चमड़े का सामान, संगमरमर के पत्थर का काम और क़ालीनों की बुनाई प्रमुख है।
==उच्च न्यायालय==
[[चित्र:Mehrangarh-Fort-Jodhpur-6.jpg|thumb|250px|[[मेहरानगढ़ क़िला जोधपुर|मेहरानगढ़ के क़िले]] में [[वाद्य यंत्र]] बजाता जोधपुर वासी]]
राजस्थान के दूसरे सबसे बड़े शहर जोधपुर में राज्य का उच्च न्यायालय स्थित है।
==शिक्षण संस्थान==
यहाँ अन्य संस्थानों के साथ-साथ:-
*जोधपुर विश्वविद्यालय
*एम.बी.एम. इंजीनियरिंग कॉलेज
[[चित्र:Mehrangarh-Fort-Jodhpur-14.jpg|thumb|250px|left|[[मेहरानगढ़ क़िला जोधपुर|मेहरानगढ़ क़िला]], जोधपुर ]]
*डाक्टर एस.एन. मेडिकल कॉलेज
*जे.डी. मेमोरियल फ़ैकल्टी आफ़ फ़ार्मेसी
*गवर्नमेंट पालीटेक्निक कॉलेज
*जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय (1962 में स्थापित)
 
==पर्यटन==
==पर्यटन==
भारत में राजस्‍थान को मरुस्‍थलों का राजा कहा जाता है। यहाँ अनेक ऐसे स्‍थान हैं जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। इन्‍हीं में से एक है-जोधपुर। 15वीं शदी में निर्मित क़िला और महलें यहाँ आने वाले पर्यटकों के लिए आकर्षण का प्रमुख केंद्र रहा है। पहाड़ी के शिखर और शहर के अंतिम छोर पर अवस्थित मेहरानगढ़ का क़िला मध्‍यकालीन राजशाही का मानो प्रति‍बिंब है।
{{main|जोधपुर पर्यटन}}
====मेहरानगढ़ का क़िला====
भारत में राजस्‍थान को मरुस्‍थलों का राजा कहा जाता है। यहाँ अनेक ऐसे स्‍थान हैं जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। इन्‍हीं में से एक है-जोधपुर। 15वीं शदी में निर्मित क़िला और महलें यहाँ आने वाले पर्यटकों के लिए आकर्षण का प्रमुख केंद्र रहा है। पहाड़ी के शिखर और शहर के अंतिम छोर पर अवस्थित [[मेहरानगढ़ क़िला जोधपुर|मेहरानगढ़ क़िला]] मध्‍यकालीन राजशाही का मानो प्रति‍बिंब है।
*जोधपुर मेहरानगढ़ का क़िला पहाड़ी के बिल्‍कुल ऊपर बसे होने के कारण राजस्‍थान के सबसे खूबसूरत क़िलों में से एक है।
 
*इस क़िले के सौंदर्य को श्रृंखलाबद्ध रूप से बने द्वार और भी बढ़ाते हैं।
**इन्‍हीं द्वारों में से एक है-जयपोल। इसका निर्माण राजा [[मानसिंह]] ने 1806 ईस्‍वी में किया था।
**दूसरे द्वार का नाम है-विजयद्वार। इसका निर्माण राजा [[अजीत सिंह]] ने मुग़लों पर विजय के उपलक्ष्‍य में किया था।
*क़िले के अंदर में भी पर्यटकों को देखने हेतु कई महत्‍वपूर्ण इमारतें हैं:- जैसे मोती महल, सुख महल, फूलमहल आदि-आदि।
====जसवंत थाड़ा====
*जोधपुर में यह जसवंत थाड़ा है।
*यह पूरी तरह से मार्बल निर्मित है।
*इसका निर्माण 1899 में राजा [[जसवंत सिंह द्वितीय]] और उनके सैनिकों की याद में किया गया था।
*इसकी कलाकृति आज भी पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है।
====उम्‍मैद महल====
*जोधपुर के इस महल का निर्माण महाराजा उम्‍मैद सिंह ने सन 1943 में किया था।
*मार्बल और बालू का पत्‍थर से बने इस महल का दृश्‍य पर्यटकों को खासतौर पर लुभाता है।
*इस महल के संग्रहालय में पुरातन युग की घडियाँ और पेंटिंग्‍स भी संरक्षित हैं।
==खानपान==
==खानपान==
यहाँ खासतौर पर दूध निर्मित खाद्य पदार्थों का ज्‍यादा प्रयोग होता है। जैसे मावा का लड्डू, क्रीम युक्‍त लस्‍सी, मावा कचौड़ी, और दूध फिरनी आदि।
[[चित्र:Mehrangarh-Fort-Jodhpur-27.jpg|thumb|250px|[[मेहरानगढ़ क़िला जोधपुर|मेहरानगढ़ क़िला]], जोधपुर ]]
यहाँ ख़ासतौर पर [[दूध]] निर्मित खाद्य पदार्थों का ज्‍यादा प्रयोग होता है। जैसे मावा का लड्डू, क्रीम युक्‍त लस्‍सी, मावा कचौड़ी, और दूध फिरनी आदि।
==उत्‍सव==
==उत्‍सव==
*जोधपुर में कुछ प्रमुख उत्सव है जो बड़े ही धूम-धाम से मनाया जाता है।  
*जोधपुर में कुछ प्रमुख उत्सव है जो बड़े ही धूम-धाम से मनाया जाता है।  
*मारवाड़ उत्‍सव, नागौर का प्रसिद्ध पशु मेला, कागा में शीतलामाता का उत्‍सव और पीपर का गंगुआर मेला।  
*मारवाड़ उत्‍सव, नागौर का प्रसिद्ध पशु मेला, कागा में शीतलामाता का उत्‍सव और पीपर का गंगुआर मेला।  
==जनसंख्या==
जोधपुर शहर की जनसंख्या 2001 8,46,408 है। और जोधपुर ज़िले की कुल  जनसंख्या 28,80,777 है।
{{प्रचार}}
{{लेख प्रगति
|आधार=
|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक2
|माध्यमिक=
|पूर्णता=
|शोध=
}}
==वीथिका==
<gallery>
चित्र:View-Of-Jodhpur-1.jpg|जोधपुर का एक दृश्य<br />A View Of Jodhpur
चित्र:Phool-Mahal-Jodhpur.jpg|फूलमहल, [[मेहरानगढ़ क़िला जोधपुर|मेहरानगढ़ क़िला]], जोधपुर 
चित्र:Mehrangarh-Fort-Jodhpur-28.jpg|[[मेहरानगढ़ क़िला जोधपुर|मेहरानगढ़ क़िला]], जोधपुर
चित्र:Mehrangarh-Fort-Jodhpur-23.jpg|[[मेहरानगढ़ क़िला जोधपुर|मेहरानगढ़ क़िला]], जोधपुर
चित्र:Mehrangarh-Fort-Jodhpur-19.jpg|[[मेहरानगढ़ क़िला जोधपुर|मेहरानगढ़ क़िला]], जोधपुर
चित्र:Mehrangarh-Fort-Jodhpur-13.jpg|[[मेहरानगढ़ क़िला जोधपुर|मेहरानगढ़ क़िला]], जोधपुर
चित्र:Mehrangarh-Fort-Jodhpur-10.jpg|[[मेहरानगढ़ क़िला जोधपुर|मेहरानगढ़ क़िला]], जोधपुर
चित्र:Mehrangarh-Fort-Jodhpur-8.jpg|[[मेहरानगढ़ क़िला जोधपुर|मेहरानगढ़ क़िला]], जोधपुर
चित्र:Mehrangarh-Fort-Jodhpur-7.jpg|[[मेहरानगढ़ क़िला जोधपुर|मेहरानगढ़ क़िला]], जोधपुर
चित्र:Mehrangarh-Fort-Jodhpur-5.jpg|[[मेहरानगढ़ क़िला जोधपुर|मेहरानगढ़ क़िला]], जोधपुर
चित्र:Mehrangarh-Fort-Jodhpur-4.jpg|[[मेहरानगढ़ क़िला जोधपुर|मेहरानगढ़ क़िला]], जोधपुर
चित्र:Mehrangarh-Fort-Jodhpur-3.jpg|[[मेहरानगढ़ क़िला जोधपुर|मेहरानगढ़ क़िला]], जोधपुर
</gallery>


[[Category:राजस्थान]][[Category:राजस्थान_के_नगर]][[Category:राजस्थान_के_पर्यटन_स्थल]][[Category:पर्यटन_कोश]][[Category:भारत के नगर]]__INDEX__
==संबंधित लेख==
{{राजस्थान के नगर}}{{राजस्थान}}{{राजस्थान के पर्यटन स्थल}}
[[Category:राजस्थान]][[Category:राजस्थान_के_नगर]][[Category:राजस्थान_के_पर्यटन_स्थल]][[Category:पर्यटन_कोश]][[Category:भारत के नगर]]
[[Category:जोधपुर]]
__INDEX__
__NOTOC__

07:53, 23 जून 2017 के समय का अवतरण

जोधपुर
विवरण जोधपुर शहर, जोधपुर ज़िले का प्रशासनिक मुख्यालय, राजस्थान राज्य, पश्चिमोत्तर भारत में स्थित है।
राज्य राजस्थान
ज़िला जोधपुर
स्थापना सन 1459 ई. में एक राजपूत राव जोध द्वारा स्थापित
भौगोलिक स्थिति उत्तर- 26° 17' - पूर्व- 73°01
प्रसिद्धि जोधपुर क़िले, हवेलियाँ, मेले और अन्य उत्सवों के लिए प्रसिद्ध है।
कैसे पहुँचें हवाई जहाज़, रेल, बस आदि से पहुँचा जा सकता है।
हवाई अड्डा जोधपुर हवाई अड्डा
रेलवे स्टेशन जोधपुर रेलवे स्टेशन
बस अड्डा प्रताप नगर बस स्टैंड, पाओटा बस स्टैंड
यातायात ऑटो रिक्शा, टोंगा, टैक्सी और बस
क्या देखें मेहरानगढ़ क़िला, जसवंत थाड़ा, उम्मेद महल
कहाँ ठहरें होटल, धर्मशाला, अतिथि ग्रह
क्या खायें मावा का लड्डू, क्रीम युक्‍त लस्‍सी, मावा कचौड़ी और दूध फिरनी आदि।
क्या ख़रीदें हाथीदाँत का सामान, काँच की चूड़ियाँ, छुरी—काँटा, रंगे हुए वस्त्र, लाख की वस्तुएँ, नमदे, चमड़े का सामान आदि।
एस.टी.डी. कोड 0291
ए.टी.एम लगभग सभी
जोधपुर हवाई अड्डा
अन्य जानकारी 15वीं शदी में निर्मित क़िला और महलें यहाँ आने वाले पर्यटकों के लिए आकर्षण का प्रमुख केंद्र रहा है।
बाहरी कड़ियाँ आधिकारिक वेबसाइट

जोधपुर शहर, जोधपुर ज़िले का प्रशासनिक मुख्यालय, राजस्थान राज्य, पश्चिमोत्तर भारत में है। जोधपुर प्रमुख सड़क और रेल जंक्शन वाला शहर है। जोधपुर शहर के कुछ हिस्से 18वीं शताब्दी के परकोटे से घिरे हुए हैं। यह दुर्ग, जिसमें महल और ऐतिहासिक संग्रहालय हैं, एक अलग-थलग, लेकिन ऊँची चट्टान पर बना हुआ है, जो दूर से ही दिखाई देता है। इसके ठीक उत्तर में मारवाड़ की प्राचीन राजधानी मंडौर के चौथी शताब्दी के अवशेष विद्यमान हैं। जोधपुर मारवाड़ों का मुख्‍य वित्तिय राजधानी था, जहाँ राठौड़ वंश ने शासन किया था। जोधपुर थार मरुस्थल के दाहिने छोर पर स्थित है।

जोधपुर का एक दृश्य

स्थापना

जोधपुर की स्थापना एक राजपूत राव जोधा (1438-89 ई.) ने 1459 में की थी और यह भूतपूर्व जोधपुर रियासत की राजधानी था। मंडोर से हटाकर नयी राजधानी यहाँ बसायी गयी थी। नयी राजधानी को सुरक्षित रखने के लिए चिड़ियाटुंक पहाड़ी पर एक दुर्ग भी बनाया गया था, जो आज भी जोधपुर के किले के नाम से प्रसिद्ध है।

इतिहास

जोधपुर पर 1565 ई. में मुग़लों का अधिकार हो गया। जोधपुर राज्य के राव चन्द्रसेन ने 1570 ई. में अकबर से भेंट की लेकिन अकबर ने उसके प्रतिद्वन्द्वी भाई मोटा राजा उदयसिंह को जोधपुर राज्य का अधीन शासक मान लिया। चन्द्रसेन निराश लौट गया और जीवनपर्यंत विरोध करता रहा। 1961 में मुग़ल बादशाह अकबर के आक्रमण के बाद इसने मुग़लों का प्रभुत्व स्वीकार कर लिया। 1679 में मुग़ल बादशाह औरंगज़ेब ने मारवाड़ पर हमला करके इसे लूटा और यहाँ के निवासियों को इस्लाम धर्म स्वीकार करने को मजबूर किया, लेकिन जोधपुर, जयपुर और उदयपुर की रियासतों ने गठबंधन बनाकर मुसलमानों के नियंत्रण को रोके रखा। इसके बाद जयपुर और जोधपुर के राजकुमारों को उदयपुर परिवार के साथ वैवाहिक सम्बन्ध करने का अधिकार (जो मुग़लों के साथ मित्रता के कारण समाप्त हो गया था) इस शर्त पर फिर से प्राप्त हो गया कि उदयपुर की राजकुमारियों से उत्पन्न बच्चे पहले उत्तराधिकारी होंगे।

फूलमहल, मेहरानगढ़ क़िला, जोधपुर

लेकिन इस शर्त से उत्पन्न झगड़ों के कारण अन्ततः यहाँ मराठों का प्रभुत्व क़ायम हो गया। औरंगजेब के समय जोधपुर का शासक जसवंतसिंह की मृत्यु (1678 ई.) के पश्चात् औरंगजेब और जोधपुर राज्य के मध्य लम्बे समय तक संघर्ष चलता रहा। यह संघर्ष जोधपुर की गद्दी पर अजीतसिंह (जसवंतसिंह के पुत्र) के अधिकार को लेकर हुआ। संघर्ष का अंत औरंगजेब की मृत्यु (1707 ई.) के पश्चात् मुग़ल सम्राट फर्रुखशिखर के समय ही हो सका। 1818 में जोधपुर ब्रिटिश सत्ता के अंतर्गत आ गया। 1949 में यह राजस्थान राज्य में शामिल हो गया।

कृषि और खनिज

जोधपुर शहर कृषि उपज, ऊन, मवेशी, नमक और चमड़े का विपणन केन्द्र है।

उद्योग और व्यापार

यहाँ इंजीनियरिंग और रेल की कार्यशालाएँ हैं व साथ ही सूती वस्त्र, पीतल तथा लोहे के बर्तन, साइकिल, स्याही और पोलो के उपकरणों का निर्माण होता है। जोधपुर अपने हस्तशिल्प उत्पादों के लिए प्रख्यात है, जिसमें हाथीदाँत का सामान, काँच की चूड़ियाँ, छुरी—काँटा, रंगे हुए वस्त्र, लाख की वस्तुएँ, नमदे, चमड़े का सामान, संगमरमर के पत्थर का काम और क़ालीनों की बुनाई प्रमुख है।

उच्च न्यायालय

मेहरानगढ़ के क़िले में वाद्य यंत्र बजाता जोधपुर वासी

राजस्थान के दूसरे सबसे बड़े शहर जोधपुर में राज्य का उच्च न्यायालय स्थित है।

शिक्षण संस्थान

यहाँ अन्य संस्थानों के साथ-साथ:-

  • जोधपुर विश्वविद्यालय
  • एम.बी.एम. इंजीनियरिंग कॉलेज
मेहरानगढ़ क़िला, जोधपुर
  • डाक्टर एस.एन. मेडिकल कॉलेज
  • जे.डी. मेमोरियल फ़ैकल्टी आफ़ फ़ार्मेसी
  • गवर्नमेंट पालीटेक्निक कॉलेज
  • जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय (1962 में स्थापित)

पर्यटन

भारत में राजस्‍थान को मरुस्‍थलों का राजा कहा जाता है। यहाँ अनेक ऐसे स्‍थान हैं जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। इन्‍हीं में से एक है-जोधपुर। 15वीं शदी में निर्मित क़िला और महलें यहाँ आने वाले पर्यटकों के लिए आकर्षण का प्रमुख केंद्र रहा है। पहाड़ी के शिखर और शहर के अंतिम छोर पर अवस्थित मेहरानगढ़ क़िला मध्‍यकालीन राजशाही का मानो प्रति‍बिंब है।

खानपान

मेहरानगढ़ क़िला, जोधपुर

यहाँ ख़ासतौर पर दूध निर्मित खाद्य पदार्थों का ज्‍यादा प्रयोग होता है। जैसे मावा का लड्डू, क्रीम युक्‍त लस्‍सी, मावा कचौड़ी, और दूध फिरनी आदि।

उत्‍सव

  • जोधपुर में कुछ प्रमुख उत्सव है जो बड़े ही धूम-धाम से मनाया जाता है।
  • मारवाड़ उत्‍सव, नागौर का प्रसिद्ध पशु मेला, कागा में शीतलामाता का उत्‍सव और पीपर का गंगुआर मेला।

जनसंख्या

जोधपुर शहर की जनसंख्या 2001 8,46,408 है। और जोधपुर ज़िले की कुल जनसंख्या 28,80,777 है।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

वीथिका

संबंधित लेख