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अग्रहरि | '''अग्रहरि''' (अग्रहरी) [[वैश्य]] समुदाय की एक [[हिन्दू]] जाति है। अग्रहरि वंश का [[गोत्र]] 'कश्यप' है। | ||
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*[[उत्तर भारत]] का यह समुदाय मुख्यतः | *[[उत्तर भारत]] का यह समुदाय मुख्यतः व्यापार से संबंधित रहा है। | ||
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11:43, 19 जुलाई 2014 के समय का अवतरण
अग्रहरि (अग्रहरी) वैश्य समुदाय की एक हिन्दू जाति है। अग्रहरि वंश का गोत्र 'कश्यप' है।
- अग्रहरि स्वयं को अग्रकुल भूषण वैश्य शिरोमणि अग्रसेन महाराज के वंशज मानते हैं।
- उत्तर भारत का यह समुदाय मुख्यतः व्यापार से संबंधित रहा है।
- महालक्ष्मी इस वंश की कुलदेवी मानी जाती हैं।
- अग्रहरियों का मूल जन्मस्थान 'अग्रोहा' है, जो कि हिसार ज़िला, हरियाणा में स्थित है।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
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