"खश जाति": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
No edit summary |
No edit summary |
||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
*खश [[महाभारत]] काल में उत्तरी सीमा की एक वन्य, खूंखार जाति थी। | *खश [[महाभारत]] काल में उत्तरी सीमा की एक वन्य, खूंखार जाति थी। | ||
*[[कृष्ण]] और [[अर्जुन]] उन्हें जीतने के लिए गए थे। | *[[कृष्ण]] और [[अर्जुन]] उन्हें जीतने के लिए गए थे। | ||
*तब खशों ने अधीनता स्वीकार कर ली और [[युधिष्ठिर]] को | *तब खशों ने अधीनता स्वीकार कर ली और [[युधिष्ठिर]] को सौगातें प्रेषित कीं। | ||
*उग्र स्वभाव के होने से इन लोगों ने [[दुर्योधन]] का पक्ष लिया और महाभारत युद्ध में उनकी सैन्य टुकड़ी में शामिल हुए।<ref>[[महाभारत]], [[सभा पर्व महाभारत|सभा पर्व]], अध्याय 52, [[उद्योग पर्व महाभारत|उद्योग पर्व]], अध्याय 160-161</ref> | *उग्र स्वभाव के होने से इन लोगों ने [[दुर्योधन]] का पक्ष लिया और महाभारत युद्ध में उनकी सैन्य टुकड़ी में शामिल हुए।<ref>[[महाभारत]], [[सभा पर्व महाभारत|सभा पर्व]], अध्याय 52, [[उद्योग पर्व महाभारत|उद्योग पर्व]], अध्याय 160-161</ref> | ||
16:00, 9 सितम्बर 2011 का अवतरण
- खश महाभारत काल में उत्तरी सीमा की एक वन्य, खूंखार जाति थी।
- कृष्ण और अर्जुन उन्हें जीतने के लिए गए थे।
- तब खशों ने अधीनता स्वीकार कर ली और युधिष्ठिर को सौगातें प्रेषित कीं।
- उग्र स्वभाव के होने से इन लोगों ने दुर्योधन का पक्ष लिया और महाभारत युद्ध में उनकी सैन्य टुकड़ी में शामिल हुए।[1]
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ महाभारत, सभा पर्व, अध्याय 52, उद्योग पर्व, अध्याय 160-161