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'''लांस नायक राम उग्रह पांडेय''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Lance Naik Ram Ugrah Pandey'', जन्म- [[1 जुलाई]], [[1942]]; बलिदान- [[23 नवम्बर]], [[1971]]) [[भारत]] के वीर बलिदानी सैनिकों में से एक थे। उन्हें मरणोपरान्त '[[महावीर चक्र]]' से सम्मानित किया गया था। राम उग्रह पांडेय ने भारत-पाक युद्ध, 1971 में अदम्य साहस का परिचय देते हुए कई बंकर को ध्वस्त किया था।
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*सन [[1971]] में भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान कैक्कस लिली में पूर्वी सीमा पर मोरपाडा में [[23 नवंबर]], 1971 की रात में अपने पराक्रम से राम उग्रह पांडेय ने दुश्मन के तीन बंकरों को नेस्तनाबूद कर दिया था। इससे बौखलाए पाकिस्तानी फौज ने भारी गोलाबारी की।<ref name="pp">{{cite web |url= https://www.jagran.com/uttar-pradesh/varanasi-city-victory-day-ram-ugra-pandey-of-ghazipur-destroyed-three-bunkers-in-1971-war-with-pak-jagran-special-21172352.html|title=1971 में पाक से जंग में तीन बंकरों को नेस्तनाबूद कर दिया था गाजीपुर के राम उग्रह पांडेय ने|accessmonthday=22 अक्टूबर|accessyear=2022 |last= |first= |authorlink= |format= |publisher= jagran.com|language=हिंदी}}</ref>
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12:12, 22 अक्टूबर 2022 का अवतरण

राम उग्रह पांडेय
राम उग्रह पांडेय
राम उग्रह पांडेय
पूरा नाम लांस नायक राम उग्रह पांडेय
जन्म 1 जुलाई, 1942
जन्म भूमि गाजीपुर, उत्तर प्रदेश
बलिदान 23 नवम्बर, 1971
स्थान मोरपार, भारत-बांग्लादेश सीमा
पद लांस नायक
यूनिट 8 गार्ड
सेवा काल 1962-1971
युद्ध भारत-पाकिस्तान युद्ध (1971)
सम्मान महावीर चक्र
नागरिकता भारतीय
सेवा नं. 13657079L
अन्य जानकारी तत्कालीन राष्ट्रपति वी. वी. गिरी ने उनकी धर्मपत्नी श्यामा देवी को 1972 में गणतंत्र दिवस के दिन महावीर चक्र प्रदान कर सम्मानित किया था।
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लांस नायक राम उग्रह पांडेय (अंग्रेज़ी: Lance Naik Ram Ugrah Pandey, जन्म- 1 जुलाई, 1942; बलिदान- 23 नवम्बर, 1971) भारत के वीर बलिदानी सैनिकों में से एक थे। उन्हें मरणोपरान्त 'महावीर चक्र' से सम्मानित किया गया था। राम उग्रह पांडेय ने भारत-पाक युद्ध, 1971 में अदम्य साहस का परिचय देते हुए कई बंकर को ध्वस्त किया था।

  • सन 1971 में भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान कैक्कस लिली में पूर्वी सीमा पर मोरपाडा में 23 नवंबर, 1971 की रात में अपने पराक्रम से राम उग्रह पांडेय ने दुश्मन के तीन बंकरों को नेस्तनाबूद कर दिया था। इससे बौखलाए पाकिस्तानी फौज ने भारी गोलाबारी की।[1]
  • बावजूद इसके राम उग्रह पांडेय ने दुश्मनों के दांत खट्टे करते हुए बलिदान दिया।
  • देश की रक्षा में अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीद राम उग्रह पांडे को मरणोपरांत सेना के महान पदक 'महावीर चक्र' से विभूषित किया गया।
  • तत्कालीन राष्ट्रपति वी. वी. गिरी ने उनकी धर्मपत्नी श्यामा देवी को 1972 में गणतंत्र दिवस के दिन महावीर चक्र प्रदान कर सम्मानित किया था।
  • शासन द्वारा राम उग्रह पांडेय के गांव में 'शहीद स्मारक' का निर्माण करवाया गया है, जहां हर वर्ष शहीद के नाम पर मेले का आयोजन भी किया जाता है।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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