"आईएनएस गोदावरी (एफ़20)": अवतरणों में अंतर
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आईएनएस गोदावरी (एफ़20)
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विवरण | 'आईएनएस गोदावरी (एफ़20)' भारतीय नौसेना का युद्धपोत था। यह स्वदेशी पोत था, जिसका निर्माण मुम्बई में किया गया था। |
देश | भारत |
समनाम | गोदावरी नदी |
निर्माता | माझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड |
जलावतरण | 15 मई, 1980 |
सेवा शुरुआत | 10 दिसम्बर, 1983 |
सेवानिवृत्त | 23 दिसम्बर, 2015 |
लम्बाई | 126.4 मीटर (414 फुट 8 इंच) |
संबंधित लेख | भारतीय नौसेना |
अन्य जानकारी | 1988 में ऑपरेशन कैक्टस के माध्यम से भारत ने मालदीव में तख्तापलट के प्रयास को नाकाम कर दिया था, जिसमें आईएनएस गोदावरी की भूमिका महत्वपूर्ण रही थी। |
आईएनएस गोदावरी (एफ़20) [ अंग्रेज़ी: INS Godavari (F20) ] भारतीय नौसेना का स्वदेशी युद्ध पोत था। इसने कई महत्त्वपूर्ण अभियानों में भाग लिया था। 23 दिसम्बर, 2015 को यह पोत सेवानिवृत्त हो गया।
- यह पोत स्वदेशी था, जिसका निर्माण मुंबई में किया गया था।
- आईएनएस गोदावरी (एफ़20) को 10 दिसम्बर, 1983 में नौसेना में शामिल किया गया था।
- अपने कार्यशील समय में आईएनएस गोदावरी ने तमाम दायित्वों, जवाबदेहियों और कर्तव्यों को निर्वाह किया, जो भारतीय नौसेना के डिजाइन और निर्माण की सफलता को साबित करता है।
- पिछले तीन दशक से ज्यादा समय से आईएनएस गोदावरी कई अभियानों में तैनात रहा, जैसे-
- ऑपरेशन जूपिटर - 1988
- श्रीलंका में ऑपरेशन शील्ड और ऑपरेशन बोल्सटर - 1994
- सोमालिया से भारतीय सेना को वापस लाने और अदन की खाड़ी में गश्त - 2009
- अदन की खाड़ी में समुद्री डाकुओं के खिलाफ अभियान - 2011
- 1988 में ऑपरेशन कैक्टस के माध्यम से भारत ने मालदीव में तख्तापलट के प्रयास को नाकाम कर दिया था, जिसमें आईएनएस गोदावरी (एफ़20) की भूमिका महत्वपूर्ण रही थी।
- 40 अधिकारियों, 13 एयर क्रू अधिकारियों और 313 लोगों के साथ चलने वाला यह युद्धपोत भारतीय नौसेना के बेड़े से 23 दिसम्बर, 2015 को हमेशा के लिए विदा हो गया।
इन्हें भी देखें: विमान वाहक पोत, आईएनएस विक्रमादित्य, पनडुब्बी एवं आईएनएस कोलकाता
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