"लवणासुर" के अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
व्यवस्थापन (चर्चा | योगदान) छो (Text replace - "ते है।" to "ते हैं।") |
शिल्पी गोयल (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
*हिन्दू महाकाव्य [[रामायण]] के अनुसार, लवणासुर एक राक्षस था, जिसे [[राम]] के छोटे भाई [[शत्रुघ्न]] ने मारा था। लवणासुर, असुरों के राजा [[मधु कैटभ|मधु]] का पुत्र था। | *हिन्दू महाकाव्य [[रामायण]] के अनुसार, लवणासुर एक राक्षस था, जिसे [[राम]] के छोटे भाई [[शत्रुघ्न]] ने मारा था। लवणासुर, असुरों के राजा [[मधु कैटभ|मधु]] का पुत्र था। | ||
− | *[[मथुरा]] से लगभग साढ़े तीन मील दक्षिण-पश्चिम की ओर स्थित [[मधुवन]] ग्राम वाल्मीकि रामायण में वर्णित मधुपुरी के स्थान पर बसा हुआ है। मधुपुरी को मधु नामक दैत्य ने बसाया था। उसके पुत्र लवणासुर को शत्रुघ्न ने युद्ध में पराजित कर उसका वध कर दिया था और मधुपुरी के स्थान पर उन्होंने नई मथुरा या मथुरा नगरी बसाई थी। महोली ग्राम को आजकल मधुवन-महोली कहते हैं। पारंपरिक अनुश्रुति में मधु दैत्य की मथुरा और उसका मधुवन इसी स्थान पर थे। यहाँ लवणासुर की गुफ़ा नामक एक स्थान है जिसे मधु के पुत्र लवणासुर का निवास स्थान माना जाता है। | + | *[[मथुरा]] से लगभग साढ़े तीन मील दक्षिण-पश्चिम की ओर स्थित [[मधुवन]] ग्राम वाल्मीकि रामायण में वर्णित मधुपुरी के स्थान पर बसा हुआ है। मधुपुरी को मधु नामक [[दैत्य]] ने बसाया था। उसके पुत्र लवणासुर को शत्रुघ्न ने युद्ध में पराजित कर उसका वध कर दिया था और मधुपुरी के स्थान पर उन्होंने नई मथुरा या मथुरा नगरी बसाई थी। महोली ग्राम को आजकल मधुवन-महोली कहते हैं। पारंपरिक अनुश्रुति में मधु दैत्य की मथुरा और उसका मधुवन इसी स्थान पर थे। यहाँ लवणासुर की गुफ़ा नामक एक स्थान है जिसे मधु के पुत्र लवणासुर का निवास स्थान माना जाता है। |
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
{{रामायण}} | {{रामायण}} |
06:25, 17 जुलाई 2011 का अवतरण
- हिन्दू महाकाव्य रामायण के अनुसार, लवणासुर एक राक्षस था, जिसे राम के छोटे भाई शत्रुघ्न ने मारा था। लवणासुर, असुरों के राजा मधु का पुत्र था।
- मथुरा से लगभग साढ़े तीन मील दक्षिण-पश्चिम की ओर स्थित मधुवन ग्राम वाल्मीकि रामायण में वर्णित मधुपुरी के स्थान पर बसा हुआ है। मधुपुरी को मधु नामक दैत्य ने बसाया था। उसके पुत्र लवणासुर को शत्रुघ्न ने युद्ध में पराजित कर उसका वध कर दिया था और मधुपुरी के स्थान पर उन्होंने नई मथुरा या मथुरा नगरी बसाई थी। महोली ग्राम को आजकल मधुवन-महोली कहते हैं। पारंपरिक अनुश्रुति में मधु दैत्य की मथुरा और उसका मधुवन इसी स्थान पर थे। यहाँ लवणासुर की गुफ़ा नामक एक स्थान है जिसे मधु के पुत्र लवणासुर का निवास स्थान माना जाता है।