"खर दूषण" के अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
अश्वनी भाटिया (चर्चा | योगदान) |
|||
पंक्ति 5: | पंक्ति 5: | ||
*लौटने पर समस्त समाचार जानकर रावण खर दूषण को मारने के लिए उद्धत हुआ किंतु [[मंदोदरी]] ने समझा-बुझाकर उसे शांत कर दिया। | *लौटने पर समस्त समाचार जानकर रावण खर दूषण को मारने के लिए उद्धत हुआ किंतु [[मंदोदरी]] ने समझा-बुझाकर उसे शांत कर दिया। | ||
− | + | ==सम्बंधित लिंक== | |
− | |||
{{रामायण}} | {{रामायण}} | ||
[[Category:पौराणिक कोश]][[Category:प्रसिद्ध चरित्र और मिथक कोश]] | [[Category:पौराणिक कोश]][[Category:प्रसिद्ध चरित्र और मिथक कोश]] | ||
[[Category:रामायण]] | [[Category:रामायण]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
12:11, 7 अगस्त 2010 का अवतरण
पन्ना बनने की प्रक्रिया में है। आप इसको तैयार करने में सहायता कर सकते हैं। |
- मेघप्रभ के पुत्र खर दूषण ने रावण की अनुपस्थिती में उसकी बहन चंद्रनखा का अपहरण कर लिया।
- उस समय रावण अपनी कन्या अवली के विवाह में व्यस्त था।
- लौटने पर समस्त समाचार जानकर रावण खर दूषण को मारने के लिए उद्धत हुआ किंतु मंदोदरी ने समझा-बुझाकर उसे शांत कर दिया।