केदारनाथ वन्य जीव अभयारण्य
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केदारनाथ वन्य जीव अभयारण्य (अंग्रेज़ी: Kedarnath Wildlife Sanctuary) को 'केदारनाथ कस्तूरी मृग अभयारण्य' भी कहा जाता है। यह वन्यजीव अभयारण्य 'वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972' के तहत स्थापित किया गया था। इसका वैकल्पिक नाम लुप्तप्राय हिमालयन कस्तूरी मृग की रक्षा के अपने प्राथमिक उद्देश्य से आता है। 975 कि.मी. (376 वर्ग मील) के क्षेत्र से मिलकर यह पश्चिमी क्षेत्र में सबसे बड़ा संरक्षित क्षेत्र है।
- लगभग 975 वर्ग किमी के क्षेत्र में फैला केदारनाथ वन्य जीव अभयारण्य उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित है।
- हिमालयी वन्य जीव सुरक्षा के लिए इस अभयारण्य की स्थापना 1972 में की गई थी।
- यह अभयारण्य राज्य के सबसे पवित्र क्षेत्र में बसाया गया है।
- यह पूरा क्षेत्र हिमालय पर्वत श्रृंखलाओं, नदियों, ग्लेशियर, घाटियों और जंगलों से घिरा है।
- प्राकृतिक खूबसूरती के साथ रोमांच के अनुभव के लिए यह जगह एक आदर्श विकल्प है।
- अभयारण्य कस्तूरी मृग के संरक्षण के लिए जाना जाता है। इसके अलावा यहां तेंदुए, गौरैया, हिमालयी मुर्गा, तहर और पक्षियों की कई प्रजातियों को देख सकते हैं।
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