चिन्नार वन्यजीव अभयारण्य
चिन्नार वन्यजीव अभयारण्य केरल के मुन्नार, इडुक्की ज़िला से लगभग 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। राजमला-उदुमलपेट सड़कमार्ग इस अभ्यारण्य के बीच से होकर जाता है, जहाँ से पर्यटक विभिन्न जीव-जंतुओं को देख सकते हैं।
समृद्ध वन क्षेत्र
कंटीली झाड़ियों और मरुस्थलीय प्रजातियों वाला वन क्षेत्र चिन्नार भारत की लुप्तप्राय विशाल भूरी गिलहरी[1] की वास भूमि है। यहाँ अब इनकी कुल संख्या 200 से भी कम बची है। केरल के अन्य अभयारण्यों के विपरीत पश्चिमी घाट के वृष्टि छाया वाले इलाके में स्थित होने के कारण चिन्नार को वर्ष में केवल दो महीने वर्षा प्राप्त होती है। वन्य जीव के मामले में समृद्ध यहाँ का मिश्रित पतझड़ वन ट्रेकिंग के लिए बहुत ही उपयुक्त है।
जीव जंतु
इस अभयारण्य के नजदीक ही एक सघन चंदन वन है, चिन्नार के लिए एक अतिरिक्त आकर्षण का केन्द्र है। साथ ही इस स्थान पर गौर और हाथियों के झुंडों को भी विचरते हुए देखा जा सकता है। शुष्क पर्णपाती वन, ऊँचे शोला वन और कुछ घास-भूमि इस अभयारण्य की जैव विविधता में चार चाँद लगाते हैं। करिमुथी से चिन्नार की ओर यात्रा करने पर पर्यटकों को सड़क के दोनों ओर हाथी, चित्तीदार मृग, सांभर, हनुमान लंगूर और मोरों के झुंड भी आसानी से दिखाई दे जाते हैं।[2]
कैसे पहुँचें
चिन्नार वन्यजीव अभयारण्य तक पहुँचने के लिए निकटतम रेलवे स्टेशन एर्नाकुलम, मुन्नार से 130 कि.मी. दूर है। यहाँ का निकटतम हवाई अड्डा कोचीन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है, जो मुन्नार से 150 कि.मी. दूर है।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ जायंट ग्रिजल्ड स्क्विरल
- ↑ चिन्नार वन्यजीव अभयारण्य (हिन्दी)। । अभिगमन तिथि: 28 दिसम्बर, 2012।