श्रीनिवास कुमार सिन्हा

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श्रीनिवास कुमार सिन्हा (अंग्रेज़ी: Srinivas Kumar Sinha, जन्म- 1926, बिहार; मृत्यु- 17 नवम्बर, 2016, दिल्ली) भारतीय सैन्य अधिकारी थे। वे 'परम विशिष्ट सेवा मेडल' से सम्मानित लेफ़्टिनेंट जनरल थे। अपनी सेवानिवृत्ति के बाद उन्होंने असम, जम्मू और कश्मीर तथा अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल के रूप में कार्य किया था।

  • श्रीनिवास कुमार सिन्हा का जन्म बिहार के गया में 1926 ई. को हुआ था।
  • इनके पिता का नाम मिथिलेश कुमार सिन्हा था, जो बिहार राज्य के प्रथम भारतीय इंस्पेक्टर-जनरल ऑफ़ पुलिस थे।
  • सन 1943 में 17 वर्ष की आयु में श्रीनिवास कुमार सिन्हा ने पटना विश्वविद्यालय से स्नातक किया और फिर सेना में शामिल हो गए।
  • जब पाकिस्तानी कबायलियों ने वर्ष 1947 में हमला किया तो जम्मू-कश्मीर में प्रवेश करने वाले भारतीय सैनिकों के पहले जत्थे में श्रीनिवास कुमार सिन्हा भी शामिल थे।
  • सन 1983 में जब इंदिरा गाँधी की सरकार ने उनकी वरिष्ठता को नजरअंदाज कर, उनकी जगह जनरल अरुण श्रीधर वैद्य को भारतीय सेना का प्रमुख नियुक्त किया तो उन्होंने सेना से इस्तीफा दे दिया।
  • श्रीनिवास कुमार सिन्हा वर्ष 1990 में नेपाल में भारत के राजदूत नियुक्त हुए थे।
  • इन्होंने पांच पुस्तकों का लेखन भी किया, जिसमें से 'ए सोल्जर रिकाल्स' नामक आत्मकथा इनकी प्रमुख पुस्तक है।
  • 17 नवम्बर, 2016 को श्रीनिवास कुमार सिन्हा का दिल्ली में निधन हुआ। उनके परिवार में पत्नी, एक पुत्र और तीन बेटियां हैं। उनके पुत्र आईएफएस अधिकारी वाई. के. सिन्हा हैं।
  • 1984 में श्रीनिवास कुमार सिन्हा ने पटना लोकसभा सीट से चुनाव लड़कर राजनीति में भी भाग्य आजमाया, लेकिन वे चुनाव हार गए थे।


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