कैकोट्टी कली अथवा थिरूवाथिरकली केरल का लोक नृत्य है।
- थिरूवाथिरा और ओणम जैसे त्यौहारों के मौसम में केरल की महिलाओं के द्वारा मंचित किया जाने वाला यह एक लोकप्रिय, सुंदर और सुडौल समूह नृत्य है।
- यह ल्यासा तत्व के साथ एक सरल और सौम्य नृत्य है, जिसमें कभी-कभी थंडावा तत्व का भी प्रयोग कर लिया जाता है, जब मलाबार क्षेत्र के कुछ भागों में पुरुष भी भाग लेते हैं।
- मुंडू और नीरीयाथू के साथ केरल शैली के कपड़े पहनी हुई और चमेली का हार पहने हुई महिलाएं नृत्य करती हैं और साथ ही थिरूवाथिरा के मधुर गाने गाती हैं, जिन्हें साहित्यिक तौर पर काफ़ी सम्मान प्राप्त है।
- कोई भी एक कलाकार गीत की पहली पंक्ति गाता है और बाकि सभी कोरस के साथ तालियां बजाते हुए उसे दोहराते हैं। एक सर्कल में वामावर्त और दक्षिणावर्त घूमते हुए हर कदम पर बगल में मुड़ते हुए, उनकी बांहे खूबसूरत तरीके से एक साथ ऊपर और नीचे जाती हैं, वहीं दूसरी तरफ तालियां बजती रहती हैं।
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