सांख्यिकी दिवस
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विवरण | 'सांख्यिकी दिवस' भारत के प्रसिद्ध वैज्ञानिक एवं सांख्यिकीविद पी. सी. महालनोबिस द्वारा सांख्यिकीय विकास के क्षेत्र दिये गए योगदान के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। |
तिथि | 29 जून |
उद्देश्य | इस दिवस का उद्देश्य सामाजिक आर्थिक नियोजन और नीति निर्माण में पी. सी. महालनोबिस के योगदान के प्रति युवाओं के बीच जागरूकता पैदा करना और उन्हें प्रेरित करना है। |
संबंधित लेख | पी. सी. महालनोबिस |
अन्य जानकारी | वर्ष 2013 के 'सांख्यिकी दिवस' का राष्ट्रीय स्तर पर मुख्य समारोह नई दिल्ली स्थित 'विज्ञान भवन' में आयोजित किया गया था। |
सांख्यिकी दिवस (अंग्रेज़ी: Statistics Day) भारत में प्रत्येक वर्ष '29 जून को मनाया जाता है। यह महत्त्वपूर्ण दिवस प्रसिद्ध भारतीय वैज्ञानिक एवं सांख्यिकीविद पी. सी. महालनोबिस के आर्थिक योजना और सांख्यिकी विकास के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के सम्मान में मनाया जाता है। साल 2018 में सांख्यिकी दिवस का विषय "आधिकारिक सांख्यिकी में गुणवत्ता विश्वास' है।
शुरुआत
स्वतंत्रता के बाद आर्थिक योजना तथा सांख्यिकीय विकास के क्षेत्र में प्रोफ़ेसर पी. सी. महालनोबिस द्वारा किए गए उल्लेखनीय योगदान को ध्यान में रखते हुए 'भारत सरकार' ने प्रतिवर्ष उनके जन्म दिवस '29 जून' को राष्ट्रीय स्तर पर विशेष दिवस की श्रेणी के अंतर्गत रखकर "सांख्यिकी दिवस" के रूप में मनाने का निर्णय लिया था। इस आशय की अधिसूचना दिनांक 5 जून, 2007 को भारत के राजपत्र में प्रकाशित की गई थी। यह दिवस राष्ट्रीय विकास में सरकारी सांख्यिकी के महत्त्व को उजागर करने के लिए संगोष्ठियों, चर्चाओं तथा प्रतियोगिताओं को आयोजित करके मनाया जाता है।[1]
उद्देश्य
इस दिवस का उद्देश्य सामाजिक आर्थिक नियोजन और नीति निर्माण में पी. सी. महालनोबिस के योगदान के प्रति युवाओं के बीच जागरूकता पैदा करना और उन्हें प्रेरित करना है। वर्ष 2011 में पांचवें सांख्यिकी दिवस का विषय 'लैंगिक सांख्यिकी' था। इस विषय का उद्देश्य लैंगिक सांख्यिकी की महत्ता को रेखांकित करना और नियोजन तथा नीति निर्माण के क्षेत्र में आंकड़ों की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए वर्ष भर ठोस प्रयास करना है।
दिवस से सम्बंधित मुख्य तथ्य
सांख्यिकी दिवस से सम्बंधित कुछ प्रमुख तथ्य इस प्रकार हैं-
- आर्थिक योजना और सांख्यिकी विकास के क्षेत्र में प्रशांत चन्द्र महालनोबिस के उल्लेखनीय योगदान के सम्मान में 'भारत सरकार' उनके जन्मदिन 29 जून को प्रत्येक वर्ष 'सांख्यिकी दिवस' के रूप में मनाती है।
- यह दिवस राष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाता है।
- सांख्यिकी दिवस देशभर में सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय, राज्य सरकारों, राष्ट्रीय प्रतिदर्श सर्वेक्षण के देश भर के कार्यालयों, भारतीय सांख्यिकीय संस्थान, विश्वविद्यालयों/विभागों आदि में संगोष्ठियों, सम्मेलनों, वाद-विवाद, क्विज कार्यक्रमों, व्याख्यान मालाओं, निबंधन प्रतियोगिता आदि के माध्यम से मनाया जाता है।[2]
- पी. सी. महालनोबिस की 125वीं जयंती तथा राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस (29 जून, 2018) के अवसर पर भारत सरकार द्वारा 125 रुपये के सिक्के के साथ ही 5 रुपये का नया सिक्का भी जारी किया गया।
समारोह तथा सम्मान
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2013 के 'सांख्यिकी दिवस' का राष्ट्रीय स्तर पर मुख्य समारोह नई दिल्ली स्थित 'विज्ञान भवन' में आयोजित किया गया था। इस अवसर पर प्रोफ़ेसर सी. आर. राव के सम्मान में दिया जाने वाला 'राष्ट्रीय सांख्यिकी पुरस्कार' भारतीय रिज़र्व बैंक के जाने-माने सांख्यिकीविद डॉ. अभिमान दास को दिया गया था। सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन तथा रसायन और उर्वरक मंत्री श्रीकांत कुमार जैना ने उन्हें शॉल, प्रशस्ति पत्र और दो लाख रूपए के नकद इनाम से सम्मानित किया था।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ सांख्यिकी दिवस (हिन्दी) आधिकारिक बेवसाइट। अभिगमन तिथि: 23 दिसम्बर, 2014।
- ↑ सांख्यिकी दिवस (Statistics Day) भारत में 29 जून 2013 को मनाया गया (हिन्दी) जागरण जोश। अभिगमन तिथि: 23 दिसम्बर, 2014।
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