"श्रीनिवास कुमार सिन्हा": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
No edit summary |
No edit summary |
||
(3 सदस्यों द्वारा किए गए बीच के 5 अवतरण नहीं दर्शाए गए) | |||
पंक्ति 25: | पंक्ति 25: | ||
|नागरिकता=भारतीय | |नागरिकता=भारतीय | ||
|संबंधित लेख= | |संबंधित लेख= | ||
|शीर्षक 1= | |शीर्षक 1=पद | ||
|पाठ 1= | |पाठ 1='''भूतपूर्व राज्यपाल, जम्मू और कश्मीर'''- [[4 जून]], [[2003]] से [[25 जून]], [[2008]]<br /> | ||
'''भूतपूर्व राज्यपाल, असम'''- [[1 सितम्बर]], [[1997]] से [[21 अप्रॅल]], [[2003]]<br /> | |||
'''भूतपूर्व राज्यपाल, अरुणाचल प्रदेश'''- [[17 मई]], [[1999]] से [[1 अगस्त]], [[1999]] | |||
|शीर्षक 2= | |शीर्षक 2= | ||
|पाठ 2= | |पाठ 2= | ||
पंक्ति 38: | पंक्ति 40: | ||
|बाहरी कड़ियाँ= | |बाहरी कड़ियाँ= | ||
|अद्यतन= | |अद्यतन= | ||
}} | }}'''श्रीनिवास कुमार सिन्हा''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Srinivas Kumar Sinha'', जन्म- [[1926]], [[बिहार]]; मृत्यु- [[17 नवम्बर]], [[2016]], [[दिल्ली]]) भारतीय सैन्य अधिकारी थे। वे 'परम विशिष्ट सेवा मेडल' से सम्मानित लेफ़्टिनेंट जनरल थे। अपनी सेवानिवृत्ति के बाद उन्होंने [[असम]], [[जम्मू और कश्मीर]] तथा [[अरुणाचल प्रदेश]] के [[राज्यपाल]] के रूप में कार्य किया था। | ||
'''श्रीनिवास कुमार सिन्हा''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Srinivas Kumar Sinha'', जन्म- [[1926]], [[बिहार]]; मृत्यु- [[17 नवम्बर]], [[2016]], [[दिल्ली]]) भारतीय सैन्य अधिकारी थे। वे 'परम विशिष्ट सेवा मेडल' से सम्मानित लेफ़्टिनेंट जनरल थे। अपनी सेवानिवृत्ति के बाद उन्होंने [[असम]], [[जम्मू और कश्मीर]] तथा [[अरुणाचल प्रदेश]] के [[राज्यपाल]] के रूप में कार्य किया था। | |||
*श्रीनिवास कुमार सिन्हा का जन्म [[बिहार]] के [[गया]] में 1926 ई. को हुआ था। | *श्रीनिवास कुमार सिन्हा का जन्म [[बिहार]] के [[गया]] में 1926 ई. को हुआ था। | ||
पंक्ति 45: | पंक्ति 46: | ||
*सन [[1943]] में 17 वर्ष की आयु में श्रीनिवास कुमार सिन्हा ने पटना विश्वविद्यालय से स्नातक किया और फिर सेना में शामिल हो गए। | *सन [[1943]] में 17 वर्ष की आयु में श्रीनिवास कुमार सिन्हा ने पटना विश्वविद्यालय से स्नातक किया और फिर सेना में शामिल हो गए। | ||
*जब पाकिस्तानी कबायलियों ने वर्ष [[1947]] में हमला किया तो [[जम्मू-कश्मीर]] में प्रवेश करने वाले भारतीय सैनिकों के पहले जत्थे में श्रीनिवास कुमार सिन्हा भी शामिल थे। | *जब पाकिस्तानी कबायलियों ने वर्ष [[1947]] में हमला किया तो [[जम्मू-कश्मीर]] में प्रवेश करने वाले भारतीय सैनिकों के पहले जत्थे में श्रीनिवास कुमार सिन्हा भी शामिल थे। | ||
*सन [[1983]] में जब [[इंदिरा गाँधी]] की सरकार ने उनकी वरिष्ठता को | *सन [[1983]] में जब [[इंदिरा गाँधी]] की सरकार ने उनकी वरिष्ठता को नजरअंदाज़कर, उनकी जगह जनरल अरुण श्रीधर वैद्य को [[भारतीय सेना]] का प्रमुख नियुक्त किया तो उन्होंने सेना से इस्तीफा दे दिया। | ||
*श्रीनिवास कुमार सिन्हा वर्ष [[1990]] में [[नेपाल]] में [[भारत]] के राजदूत नियुक्त हुए थे। | *श्रीनिवास कुमार सिन्हा वर्ष [[1990]] में [[नेपाल]] में [[भारत]] के राजदूत नियुक्त हुए थे। | ||
*इन्होंने पांच पुस्तकों का लेखन भी किया, जिसमें से 'ए सोल्जर रिकाल्स' नामक [[आत्मकथा]] इनकी प्रमुख पुस्तक है। | *इन्होंने पांच पुस्तकों का लेखन भी किया, जिसमें से 'ए सोल्जर रिकाल्स' नामक [[आत्मकथा]] इनकी प्रमुख पुस्तक है। | ||
*[[17 नवम्बर]], [[2016]] को श्रीनिवास कुमार सिन्हा का [[दिल्ली]] में निधन हुआ। उनके [[परिवार]] में पत्नी, एक पुत्र और तीन बेटियां हैं। उनके पुत्र आईएफएस अधिकारी वाई. के. सिन्हा हैं। | *[[17 नवम्बर]], [[2016]] को श्रीनिवास कुमार सिन्हा का [[दिल्ली]] में निधन हुआ। उनके [[परिवार]] में पत्नी, एक पुत्र और तीन बेटियां हैं। उनके पुत्र आईएफएस अधिकारी वाई. के. सिन्हा हैं। | ||
*[[1984]] में श्रीनिवास कुमार सिन्हा ने पटना लोकसभा सीट से चुनाव लड़कर राजनीति में भी भाग्य आजमाया, लेकिन वे चुनाव हार गए थे। | *[[1984]] में श्रीनिवास कुमार सिन्हा ने पटना लोकसभा सीट से चुनाव लड़कर राजनीति में भी भाग्य आजमाया, लेकिन वे चुनाव हार गए थे। | ||
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक= प्रारम्भिक1|माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} | {{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक= प्रारम्भिक1|माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} | ||
==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ||
*[http://khabartak.com/nation-news/56452 मोदी ने एस. के. सिन्हा के निधन पर | *[http://khabartak.com/nation-news/56452 मोदी ने एस. के. सिन्हा के निधन पर दु:ख जताया] | ||
*[http://hindi.pradesh18.com/news/bihar/sk-sinha-passes-away-1511708.html पूर्व राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल एस के सिन्हा नहीं रहे] | *[http://hindi.pradesh18.com/news/bihar/sk-sinha-passes-away-1511708.html पूर्व राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल एस के सिन्हा नहीं रहे] | ||
*[http://www.prabhatkhabar.com/news/other-state/s-k-sinha-leftinent-general/894489.html एस. के. सिन्हा का पार्थिव शरीर पंचतत्त्व में विलीन] | *[http://www.prabhatkhabar.com/news/other-state/s-k-sinha-leftinent-general/894489.html एस. के. सिन्हा का पार्थिव शरीर पंचतत्त्व में विलीन] | ||
<references/> | <references/> | ||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
{{भारतीय सेना}} | {{भारतीय सेना}}{{जम्मू और कश्मीर के राज्यपाल}}{{अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल}} | ||
[[Category:जम्मू और कश्मीर के राज्यपाल]][[Category:भारतीय सेना]][[Category: | [[Category:राज्यपाल]][[Category:जम्मू और कश्मीर के राज्यपाल]][[Category:अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल]][[Category:असम के राज्यपाल]][[Category:भारतीय सेना]][[Category:जीवनी साहित्य]][[Category:चरित कोश]][[Category:प्रसिद्ध व्यक्तित्व]][[Category:प्रसिद्ध व्यक्तित्व कोश]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
09:26, 14 जून 2022 के समय का अवतरण
श्रीनिवास कुमार सिन्हा
| |
पूरा नाम | श्रीनिवास कुमार सिन्हा |
जन्म | 1926 |
जन्म भूमि | बिहार |
मृत्यु | 17 नवम्बर, 2016 |
मृत्यु स्थान | दिल्ली, भारत |
संतान | एक पुत्र, तीन पुत्रियाँ |
कर्म भूमि | भारत |
कर्म-क्षेत्र | भारतीय सेना तथा राज्यपाल |
प्रसिद्धि | भारतीय सैन्य अधिकारी |
नागरिकता | भारतीय |
पद | भूतपूर्व राज्यपाल, जम्मू और कश्मीर- 4 जून, 2003 से 25 जून, 2008 भूतपूर्व राज्यपाल, असम- 1 सितम्बर, 1997 से 21 अप्रॅल, 2003 |
अन्य जानकारी | जब पाकिस्तानी कबायलियों ने वर्ष 1947 में हमला किया तो जम्मू-कश्मीर में प्रवेश करने वाले भारतीय सैनिकों के पहले जत्थे में श्रीनिवास कुमार सिन्हा भी शामिल थे। |
श्रीनिवास कुमार सिन्हा (अंग्रेज़ी: Srinivas Kumar Sinha, जन्म- 1926, बिहार; मृत्यु- 17 नवम्बर, 2016, दिल्ली) भारतीय सैन्य अधिकारी थे। वे 'परम विशिष्ट सेवा मेडल' से सम्मानित लेफ़्टिनेंट जनरल थे। अपनी सेवानिवृत्ति के बाद उन्होंने असम, जम्मू और कश्मीर तथा अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल के रूप में कार्य किया था।
- श्रीनिवास कुमार सिन्हा का जन्म बिहार के गया में 1926 ई. को हुआ था।
- इनके पिता का नाम मिथिलेश कुमार सिन्हा था, जो बिहार राज्य के प्रथम भारतीय इंस्पेक्टर-जनरल ऑफ़ पुलिस थे।
- सन 1943 में 17 वर्ष की आयु में श्रीनिवास कुमार सिन्हा ने पटना विश्वविद्यालय से स्नातक किया और फिर सेना में शामिल हो गए।
- जब पाकिस्तानी कबायलियों ने वर्ष 1947 में हमला किया तो जम्मू-कश्मीर में प्रवेश करने वाले भारतीय सैनिकों के पहले जत्थे में श्रीनिवास कुमार सिन्हा भी शामिल थे।
- सन 1983 में जब इंदिरा गाँधी की सरकार ने उनकी वरिष्ठता को नजरअंदाज़कर, उनकी जगह जनरल अरुण श्रीधर वैद्य को भारतीय सेना का प्रमुख नियुक्त किया तो उन्होंने सेना से इस्तीफा दे दिया।
- श्रीनिवास कुमार सिन्हा वर्ष 1990 में नेपाल में भारत के राजदूत नियुक्त हुए थे।
- इन्होंने पांच पुस्तकों का लेखन भी किया, जिसमें से 'ए सोल्जर रिकाल्स' नामक आत्मकथा इनकी प्रमुख पुस्तक है।
- 17 नवम्बर, 2016 को श्रीनिवास कुमार सिन्हा का दिल्ली में निधन हुआ। उनके परिवार में पत्नी, एक पुत्र और तीन बेटियां हैं। उनके पुत्र आईएफएस अधिकारी वाई. के. सिन्हा हैं।
- 1984 में श्रीनिवास कुमार सिन्हा ने पटना लोकसभा सीट से चुनाव लड़कर राजनीति में भी भाग्य आजमाया, लेकिन वे चुनाव हार गए थे।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- मोदी ने एस. के. सिन्हा के निधन पर दु:ख जताया
- पूर्व राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल एस के सिन्हा नहीं रहे
- एस. के. सिन्हा का पार्थिव शरीर पंचतत्त्व में विलीन