"अष्टापडी अट्टम": अवतरणों में अंतर
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'''अष्टापडी अट्टम''' [[केरल]] के [[शास्त्रीय नृत्य|शास्त्रीय नृत्यों]] की ही एक शैली है। यह [[जयदेव]] के 'गीत गोविंद' पर आधारित प्रसिद्व नृत्य शैली है। | '''अष्टापडी अट्टम''' [[केरल]] के [[शास्त्रीय नृत्य|शास्त्रीय नृत्यों]] की ही एक शैली है। यह [[जयदेव]] के '[[गीत गोविन्द|गीत गोविंद]]' पर आधारित प्रसिद्व नृत्य शैली है। | ||
*अष्टापडी अट्टम शैली प्रसिद्व गेय खेल का एक नाटकीय रूपांतरण है। | *अष्टापडी अट्टम शैली प्रसिद्व गेय खेल का एक नाटकीय रूपांतरण है। |
11:20, 19 मई 2015 के समय का अवतरण
अष्टापडी अट्टम केरल के शास्त्रीय नृत्यों की ही एक शैली है। यह जयदेव के 'गीत गोविंद' पर आधारित प्रसिद्व नृत्य शैली है।
- अष्टापडी अट्टम शैली प्रसिद्व गेय खेल का एक नाटकीय रूपांतरण है।
- इस शैली में कुल मिलाकर पांच चरित्र होते हैं- श्रीकृष्ण, राधा और तीन अन्य महिलाएँ।
- यह शैली अब प्राय: पूर्ण रूप से लगभग विलुप्त हो चुकी है।
- इसमें चेन्दा, मदलमख इलाथलम और चेंगला आदि यंत्रों का प्रयोग किया जाता है।[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ कला और संस्कृति (हिन्दी)। । अभिगमन तिथि: 23 जुलाई, 2012।