"मण्डोर संग्रहालय, जोधपुर": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
(''''मण्डोर संग्रहालय''' राजस्थान के [[जोधपुर|जोधपुर शह...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
No edit summary |
||
(इसी सदस्य द्वारा किया गया बीच का एक अवतरण नहीं दर्शाया गया) | |||
पंक्ति 3: | पंक्ति 3: | ||
*इस संग्रहालय की स्थापना [[जोधपुर ज़िला|जोधपुर ज़िले]] में [[1968]] में जनाना बाग़ के प्राचीन महलों में की गई थी। | *इस संग्रहालय की स्थापना [[जोधपुर ज़िला|जोधपुर ज़िले]] में [[1968]] में जनाना बाग़ के प्राचीन महलों में की गई थी। | ||
*संग्रहालय में [[वास्तुकला]], प्रस्तर कला, [[मूर्तिकला]] के अवशेष, [[शिलालेख]], चित्र, खुदाई से प्राप्त [[अवशेष]] तथा हस्तकला आदि का संग्रह है। | *संग्रहालय में [[वास्तुकला]], प्रस्तर कला, [[मूर्तिकला]] के अवशेष, [[शिलालेख]], चित्र, खुदाई से प्राप्त [[अवशेष]] तथा हस्तकला आदि का संग्रह है। | ||
*पुरातत्त्व विभाग के मंडोर संग्रहालय में मौजूद 10वीं [[शताब्दी]] के [[जैन धर्म|जैन]] संत की चरण पादुका को आराध्य देव के रूप में [[पूजा]] जाता है।<ref>{{cite web |url= http://www.bhaskar.com/article/MAT-UT-DEL-NEW-c-99-153582-NOR.html|title= यूरोपीय फेस्टिवल की शान बनेगी जोधपुर की पुरा सामग्री |accessmonthday= 23 अगस्त|accessyear= 2014|last= |first= |authorlink= |format= |publisher= दैनिक भास्कर|language= हिन्दी}}</ref> | |||
पंक्ति 10: | पंक्ति 11: | ||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
{{संग्रहालय}}{{राजस्थान के पर्यटन स्थल}} | {{संग्रहालय}}{{राजस्थान के पर्यटन स्थल}} | ||
[[Category:राजस्थान]][[Category:संग्रहालय]][[Category:राजस्थान_के_पर्यटन_स्थल]][[Category: | [[Category:राजस्थान]][[Category:संग्रहालय]][[Category:राजस्थान_के_पर्यटन_स्थल]][[Category:जोधपुर]][[Category:जोधपुर_के_पर्यटन_स्थल]][[Category:पर्यटन_कोश]] | ||
[[Category:संग्रहालय कोश]] | [[Category:संग्रहालय कोश]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
13:59, 23 अगस्त 2014 के समय का अवतरण
मण्डोर संग्रहालय राजस्थान के जोधपुर शहर में स्थित है। राजस्थान के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से यह भी एक है।[1]
- इस संग्रहालय की स्थापना जोधपुर ज़िले में 1968 में जनाना बाग़ के प्राचीन महलों में की गई थी।
- संग्रहालय में वास्तुकला, प्रस्तर कला, मूर्तिकला के अवशेष, शिलालेख, चित्र, खुदाई से प्राप्त अवशेष तथा हस्तकला आदि का संग्रह है।
- पुरातत्त्व विभाग के मंडोर संग्रहालय में मौजूद 10वीं शताब्दी के जैन संत की चरण पादुका को आराध्य देव के रूप में पूजा जाता है।[2]
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ धरोहर राजस्थान सामान्य ज्ञान |लेखक: कुँवर कनक सिंह राव |प्रकाशक: पिंक सिटी पब्लिशर्स, जयपुर |संकलन: भारतकोश पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: डी-52 |
- ↑ यूरोपीय फेस्टिवल की शान बनेगी जोधपुर की पुरा सामग्री (हिन्दी) दैनिक भास्कर। अभिगमन तिथि: 23 अगस्त, 2014।