"भवई नृत्य": अवतरणों में अंतर
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11:18, 6 फ़रवरी 2011 का अवतरण
भवई राजस्थान का प्रसिद्ध लोक नृत्य है जिसमें प्रभावशाली अभिनय किया जाता है। इस नृत्य शैली में घूंघट किए हुए नर्तकियां होती हैं, जो सात अथवा नौ तांबे के घड़े सिर पर रखकर व उनका संतुलन रखते हुए नृत्य करती हैं और फिर किसी गिलास के ऊपर अथवा तलवार की धार पर अपने पैर के तलुओं को टिकाकर झूलते हुए नृत्य करती हैं। इस नृत्य के नए कौतूहल व सिरहन उत्पन्न करने वाले कारनामे होते हैं।