"अभिनव कोमल सुन्दर पात -विद्यापति": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
('{| style="background:transparent; float:right" |- | {{सूचना बक्सा कविता |चित्र=Vidyapati.jpg |च...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
No edit summary
पंक्ति 31: पंक्ति 31:
{{Poemopen}}
{{Poemopen}}
<poem>
<poem>
</poem>
{{Poemclose}}
अभिनव कोमल सुन्दर पात।
अभिनव कोमल सुन्दर पात।
सगर कानन पहिरल पट रात।
सगर कानन पहिरल पट रात।
पंक्ति 47: पंक्ति 45:
भनइ विद्यापति ई रस गाव।
भनइ विद्यापति ई रस गाव।
राधा-माधव अभिनव भाव।।  
राधा-माधव अभिनव भाव।।  
</poem>
{{Poemclose}}
<br />
<br />
==संबंधित लेख==
==संबंधित लेख==

10:19, 31 जनवरी 2013 का अवतरण

अभिनव कोमल सुन्दर पात -विद्यापति
विद्यापति का काल्पनिक चित्र
विद्यापति का काल्पनिक चित्र
कवि विद्यापति
जन्म सन् 1350 से 1374 के मध्य
जन्म स्थान बिसपी गाँव, मधुबनी ज़िला, बिहार
मृत्यु सन् 1440 से 1448 के मध्य
मृत्यु स्थान मगहर, उत्तर प्रदेश

कीर्तिलता, मणिमंजरा नाटिका, गंगावाक्यावली, भूपरिक्रमा आदि

भाषा संस्कृत, अवहट्ट और मैथिली
इन्हें भी देखें कवि सूची, साहित्यकार सूची
विद्यापति की रचनाएँ

अभिनव कोमल सुन्दर पात।
सगर कानन पहिरल पट रात।
मलय-पवन डोलय बहु भांति
अपन कुसुम रसे अपनहि माति।।
देखि-देखि माधव मन हुलसंत।
बिरिन्दावन भेल बेकत बसंत।।
कोकिल बोलाम साहर भार।
मदन पाओल जग नव अधिकार।।
पाइक मधुकर कर मधु पान।
भमि-भमि जोहय मानिनि-मान।।
दिसि-दिसि से भमि विपिन निहारि।
रास बुझावय मुदित मुरारि।
भनइ विद्यापति ई रस गाव।
राधा-माधव अभिनव भाव।।


संबंधित लेख