"प्रयोग:कविता बघेल": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
रिंकू बघेल (वार्ता | योगदान) No edit summary |
रिंकू बघेल (वार्ता | योगदान) No edit summary |
||
पंक्ति 41: | पंक्ति 41: | ||
+जिमनास्ट और तैराक | +जिमनास्ट और तैराक | ||
-तीरंदाज और निशानेबाज़ | -तीरंदाज और निशानेबाज़ | ||
-[[ | -[[फ़ुटबॉल]] और [[हॉकी]] के खिलाड़ी | ||
-[[बास्केटबॉल]] और वॉलीबॉल के खिलाड़ी | -[[बास्केटबॉल]] और वॉलीबॉल के खिलाड़ी | ||
||स्कोलियोसिस रीढ़ की हड्डी के टेढ़ेपन की बीमारी है जिसमें व्यक्ति की संपूर्ण रीढ़ वक्राकार (Curved) हो जाती है और यह वक्रता 'C' या 'S' के आकार में हो सकती है। कुछ विशिष्ट खेलों जैसे तैराकी तथा जिमनास्टिक आदि से संबद्ध खिलाड़ियों में इस रोग की संभावना अधिक उत्पन्न हो जाती है। इन खिलाड़ियों में रीढ़ की हड्डी के जोड़ों में ढीलापन आ जाने से ऐसी संभावना उत्पन्न होती है। | ||स्कोलियोसिस रीढ़ की हड्डी के टेढ़ेपन की बीमारी है जिसमें व्यक्ति की संपूर्ण रीढ़ वक्राकार (Curved) हो जाती है और यह वक्रता 'C' या 'S' के आकार में हो सकती है। कुछ विशिष्ट खेलों जैसे तैराकी तथा जिमनास्टिक आदि से संबद्ध खिलाड़ियों में इस रोग की संभावना अधिक उत्पन्न हो जाती है। इन खिलाड़ियों में रीढ़ की हड्डी के जोड़ों में ढीलापन आ जाने से ऐसी संभावना उत्पन्न होती है। | ||
पंक्ति 428: | पंक्ति 428: | ||
-[[टेबल टेनिस]] | -[[टेबल टेनिस]] | ||
-[[क्रिकेट]] | -[[क्रिकेट]] | ||
-[[ | -[[फ़ुटबॉल]] | ||
||विम्बलडन चैंपियनशिप [[टेनिस|टेनिस खेल]] से संबंधित है। लॉन टेनिस के महत्त्वपूर्ण कप एवं ट्रॉफियां- डेविस कप, फेडरेशन कप, फ्रेंच ओपन, यू. एस. ओपन व ग्रांड प्रिक्स आदि। | ||विम्बलडन चैंपियनशिप [[टेनिस|टेनिस खेल]] से संबंधित है। लॉन टेनिस के महत्त्वपूर्ण कप एवं ट्रॉफियां- डेविस कप, फेडरेशन कप, फ्रेंच ओपन, यू. एस. ओपन व ग्रांड प्रिक्स आदि। | ||
पंक्ति 495: | पंक्ति 495: | ||
-[[गोल्फ]] | -[[गोल्फ]] | ||
-इक्वेस्ट्रियन | -इक्वेस्ट्रियन | ||
||'द बॉम्बे टाइगर' के [[उपनाम]] से मशहूर [[माइकल फरेरा]] भारतीय [[बिलियर्ड्स]] खिलाड़ी हैं और यह तीन गैर-पेशेवर विश्व चैंपियन रह चुके हैं। | ||'द बॉम्बे टाइगर' के [[उपनाम]] से मशहूर [[माइकल फरेरा]] भारतीय [[बिलियर्ड्स]] खिलाड़ी हैं और यह तीन बार गैर-पेशेवर विश्व चैंपियन रह चुके हैं। | ||
{निम्नलिखित में कौन ग्लाइडिंग ज्वाइंट का उदाहरण है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-51 प्रश्न-19 | {निम्नलिखित में कौन ग्लाइडिंग ज्वाइंट का उदाहरण है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-51 प्रश्न-19 | ||
पंक्ति 505: | पंक्ति 505: | ||
||फिसलने वाले जोड़ (Glinding Joints) में फिसलने वाली गति होती है। इसकी गति इनका निर्माण करने वाले तंतुओं के ऊपर निर्भर करती है। सामान्यता ये जोड़ सतहों की विरोधता से बनते हैं। इस प्रकार के जोड़ के उदाहरण कॉर्पस तथा टार्सस ज्वाइंट हैं। | ||फिसलने वाले जोड़ (Glinding Joints) में फिसलने वाली गति होती है। इसकी गति इनका निर्माण करने वाले तंतुओं के ऊपर निर्भर करती है। सामान्यता ये जोड़ सतहों की विरोधता से बनते हैं। इस प्रकार के जोड़ के उदाहरण कॉर्पस तथा टार्सस ज्वाइंट हैं। | ||
{भारतीय [[हॉकी]] के इतिहास में 'हॉकी का जादूगर' किसे कहा जाता | {भारतीय [[हॉकी]] के इतिहास में 'हॉकी का जादूगर' किसे कहा जाता है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-60 प्रश्न-97 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-[[धनराज पिल्लै]] | -[[धनराज पिल्लै]] | ||
पंक्ति 511: | पंक्ति 511: | ||
-बलविंदर सिंह | -बलविंदर सिंह | ||
-परगट सिंह | -परगट सिंह | ||
||[[ध्यानचंद]] अद्भुत निपुणता वाले खिलाड़ी थे। ये अपने [[भाई|भ्राता]] | ||[[ध्यानचंद]] अद्भुत निपुणता वाले खिलाड़ी थे। ये अपने [[भाई|भ्राता]] रूपसिंह के साथ [[इंदौर]] की कल्याण मल मिल की टीम से खेला करते थे। ध्यानचंद वर्ष [[1936]] के बर्लिन ओलंपिक खेलों में भारतीय हॉकी टीम के कप्तान थे। बर्लिन में, [[भारत]] ने तीसरी बार [[हॉकी]] का स्वर्ण पदक जीता था। तभी से इनको 'हॉकी का जादूगर' कहा जाने लग। | ||
{[[राष्ट्रीय खेल दिवस]] किस विधि को मनाया जाता है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-65 प्रश्न-17 | {[[राष्ट्रीय खेल दिवस]] किस विधि को मनाया जाता है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-65 प्रश्न-17 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-[[5 सितंबर]] | -[[5 सितंबर]] | ||
-[[14 | -[[14 फ़रवरी]] | ||
-[[2 अक्टूबर]] | -[[2 अक्टूबर]] | ||
+[[29 अगस्त]] | +[[29 अगस्त]] | ||
||[[राष्ट्रीय खेल दिवस]] [[29 अगस्त]] ([[ध्यानचंद]] के जन्मदिवस) को मनाया जाता है। [[5 सितंबर]] को [[शिक्षक दिवस]] तथा [[2 अक्टूबर]] को [[गाँधी जयंती|महात्मा गाँधी जयंती]] मनाया जाता है। [[14 | ||[[राष्ट्रीय खेल दिवस]] [[29 अगस्त]] ([[ध्यानचंद]] के जन्मदिवस) को मनाया जाता है। [[5 सितंबर]] को [[शिक्षक दिवस]] तथा [[2 अक्टूबर]] को [[गाँधी जयंती|महात्मा गाँधी जयंती]] मनाया जाता है। [[14 फ़रवरी]] को वैलेनटाइन दिवस मनाया जाता है। | ||
पंक्ति 537: | पंक्ति 537: | ||
-[[राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार|राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड]] | -[[राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार|राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड]] | ||
-[[पद्मभूषण|पद्मभूषण अवॉर्ड]] | -[[पद्मभूषण|पद्मभूषण अवॉर्ड]] | ||
||[[कर्ण सिंह|प्रो. कर्ण सिंह]] जो विख्यात शारीरिक शिक्षक हैं तथा जिन्होंने अनेक | ||[[कर्ण सिंह|प्रो. कर्ण सिंह]] जो विख्यात शारीरिक शिक्षक हैं तथा जिन्होंने अनेक खिलाड़ियों को प्रशिक्षित किया है, उन्हें वर्ष [[1995]] में [[द्रोणाचार्य पुरस्कार|द्रोणाचार्य अवॉर्ड]] मिला था। उन्हीं के प्रयासों से अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी जैसे- अजमेर सिंह, ब्रिगेडियर लाभ सिंह आदि श्रेष्ठ कोचिंग प्राप्त कर महान खिलाड़ी उभरे। | ||
{"पेस दौड़ों" का संबंध है- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-200 प्रश्न-118 | {"पेस दौड़ों" का संबंध है- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-200 प्रश्न-118 | ||
पंक्ति 545: | पंक्ति 545: | ||
-लचीलापन | -लचीलापन | ||
-गति | -गति | ||
||पेस दौड़ों में [[एथलेटिक्स|एथलीट]] अपनी अधिकतम गति लंबी अवधि तक बनाए रखने की योग्यता या क्षमता का विकास करता है। भिन्न-भिन्न व्यक्तियों की यह गति क्षमता आयु, योग्यता, शक्ति सहन क्षमता पर आधारित रहती है। साधारणत: किशोर अवस्था के खिलाड़ी अपनी अधिकतम 10 से 15 मील तक बनाए रख सकता है, इसके विपरीत एक प्रशिक्षण एथलीट लगभग 35 मील से ऊपर अपनी यह गति बनाए रख सकता है। पेस दौड़े मुख्य रूप से | ||पेस दौड़ों में [[एथलेटिक्स|एथलीट]] अपनी अधिकतम गति लंबी अवधि तक बनाए रखने की योग्यता या क्षमता का विकास करता है। भिन्न-भिन्न व्यक्तियों की यह गति क्षमता आयु, योग्यता, शक्ति सहन क्षमता पर आधारित रहती है। साधारणत: किशोर अवस्था के खिलाड़ी अपनी अधिकतम 10 से 15 मील तक बनाए रख सकता है, इसके विपरीत एक प्रशिक्षण एथलीट लगभग 35 मील से ऊपर अपनी यह गति बनाए रख सकता है। पेस दौड़े मुख्य रूप से खिलाड़ियों की सहनशक्ति या दमखम को बढ़ाती हैं | ||
{निम्न में से किस स्थान पर प्राचीन 'ग्लेडिएटर मुकाबला' आयोजित होता था? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-7 प्रश्न-18 | {निम्न में से किस स्थान पर प्राचीन 'ग्लेडिएटर मुकाबला' आयोजित होता था? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-7 प्रश्न-18 | ||
पंक्ति 553: | पंक्ति 553: | ||
-एथेंस | -एथेंस | ||
-ओलंपिया | -ओलंपिया | ||
||'ग्लेडिएटर मुकाबला' प्राचीन रोमन | ||'ग्लेडिएटर मुकाबला' प्राचीन रोमन साम्राज्य में मनोरंजन के लिए की जाने वाली सशस्त्र लड़ाकों की एक स्पर्धा थी जिसका आयोजन [[रोम]] में किया जाता है। | ||
{"प्लेंटर फ्लेक्शन" गतिविधि ( | {"प्लेंटर फ्लेक्शन" गतिविधि (मूवमेंट) केवल होती है- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-18 प्रश्न-98 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-कूल्हे (हिप) में | -कूल्हे (हिप) में | ||
पंक्ति 561: | पंक्ति 561: | ||
-कलाई में | -कलाई में | ||
+टखना में | +टखना में | ||
||'प्लेंटर फ्लेक्शन' गतिविधि तब होती है जब व्यक्ति अपने टखने को मोड़ कर पंजे के बल खड़े होने का प्रयास करता है। बहुधा जिमनास्ट तथा नर्तकों को ऐसा करते हुए देखा जा सकता है। | ||'प्लेंटर फ्लेक्शन' गतिविधि तब होती है जब व्यक्ति अपने टखने को मोड़ कर पंजे के बल खड़े होने का प्रयास करता है। बहुधा जिमनास्ट तथा नर्तकों (Dancers) को ऐसा करते हुए देखा जा सकता है। | ||
{वर्ष [[1998]] में [[हॉकी]] विश्व कप टूर्नामेंट कहां आयोजित किया गया था? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-39 प्रश्न-33 | {वर्ष [[1998]] में [[हॉकी]] विश्व कप टूर्नामेंट कहां आयोजित किया गया था? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-39 प्रश्न-33 | ||
पंक्ति 573: | पंक्ति 573: | ||
{[[बैडमिंटन|बैडमिंटन खेल]] में कौन-सा नियम लागू है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-51 प्रश्न-20 | {[[बैडमिंटन|बैडमिंटन खेल]] में कौन-सा नियम लागू है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-51 प्रश्न-20 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+डबल्स मैच में टीम एक सर्विस करती | +डबल्स मैच में टीम एक सर्विस करती है। | ||
-डबल्स मैच में टीम दो सर्विस करती | -डबल्स मैच में टीम दो सर्विस करती है। | ||
-मैच के प्रारंभ में बाएं कोर्ट से सर्विस | -मैच के प्रारंभ में बाएं कोर्ट से सर्विस होगी। | ||
-विषम संख्या होने पर दाएं कोर्ट से सर्विस | -विषम संख्या होने पर दाएं कोर्ट से सर्विस होगी। | ||
{[[ | {[[फ़ुटबॉल]] के खेल में जब अतिरिक्त समय देने के बाद मैच का कोई निर्णय नहीं निकलता है तो रेफरी निम्न में किसके द्वारा मैच का फैसला करवाता है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-60 प्रश्न-98 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-कॉर्नर किक | -कॉर्नर किक | ||
+पेनाल्टी किक | +पेनाल्टी किक | ||
-गोल किक | -गोल किक | ||
-इनमें से कोई नहीं | -इनमें से कोई नहीं | ||
||निर्णायक पेनाल्टी किक (Penalty shoot out) सामान्य अवधि के पश्चात 5-15 मिनट के अतिरिक्त खेल खेले जाने पर भी मैच बराबर रहे, तो ग्रंथि (Ties) हटाने के लिए टीमों को 5-5 पेनाल्टी किक दिए जाते हैं। यह क्रम तब तक जारी रखा जाता है जब तक ग्रंथि न टूटे। | ||निर्णायक पेनाल्टी किक (Penalty shoot out) सामान्य अवधि के पश्चात 5-15 मिनट के अतिरिक्त खेल खेले जाने पर भी मैच बराबर रहे, तो ग्रंथि (Ties) हटाने के लिए टीमों को 5-5 पेनाल्टी किक दिए जाते हैं। यह क्रम तब तक जारी रखा जाता है जब तक ग्रंथि न टूटे। | ||
{भारतीय उड़न सिख का क्या नाम है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-65 प्रश्न-18 | {'भारतीय उड़न सिख' का क्या नाम है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-65 प्रश्न-18 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-करतार सिंह | -करतार सिंह | ||
पंक्ति 604: | पंक्ति 603: | ||
-कुम्भक | -कुम्भक | ||
-इनमें से कोई नहीं | -इनमें से कोई नहीं | ||
||योग के अंतर्गत पूरक एवं रेचक क्रियाएं बहुत महत्त्वपूर्ण होती हैं। पूरक का अर्थ है श्वास लेना और रेचक का अर्थ है श्वास छोड़ना। हम जन्म से लेकर मृत्यु तक पूरक और रेचक क्रिया करते रहते हैं। इसके अतिरिक्त श्वास लेने और छोड़ने के बीच हम कुछ | ||योग के अंतर्गत पूरक एवं रेचक क्रियाएं बहुत महत्त्वपूर्ण होती हैं। पूरक का अर्थ है श्वास लेना और रेचक का अर्थ है श्वास छोड़ना। हम जन्म से लेकर मृत्यु तक पूरक और रेचक क्रिया करते रहते हैं। इसके अतिरिक्त श्वास लेने और छोड़ने के बीच हम कुछ क्षण के लिए रुकते हैं। इस रुकने की क्रिया को ही कुंभक कहते हैं। | ||
{कौन-से निम्नलिखित [[विटामिन]] को [[सूर्य | {कौन-से निम्नलिखित [[विटामिन]] को [[सूर्य]] की किरणों में भी प्राप्त कर सकते हैं? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-220 प्रश्न-32 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-विटामिन-बी कॉम्पलैक्स | -विटामिन-बी कॉम्पलैक्स | ||
पंक्ति 614: | पंक्ति 613: | ||
||[[सूर्य]] की किरणें, [[दूध]], [[माखन|मक्खन]] व [[मछली]] का तेल आदि [[विटामिन डी]] के मुख्य स्त्रोत हैं। इसकी कमी के कारण रिकेट्स, आस्टियोमैलेसिया, ओस्टियोपोरोसिस आदि रोग हो जाता है। | ||[[सूर्य]] की किरणें, [[दूध]], [[माखन|मक्खन]] व [[मछली]] का तेल आदि [[विटामिन डी]] के मुख्य स्त्रोत हैं। इसकी कमी के कारण रिकेट्स, आस्टियोमैलेसिया, ओस्टियोपोरोसिस आदि रोग हो जाता है। | ||
{शारीरिक | {शारीरिक शिक्षक में गुण होने चाहिए- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-200 प्रश्न-119 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-निपुण कुशलता | -निपुण कुशलता | ||
पंक्ति 620: | पंक्ति 619: | ||
-नेतृत्व | -नेतृत्व | ||
+उपर्युक्त सभी | +उपर्युक्त सभी | ||
||शारीरिक | ||शारीरिक शिक्षक में निपुणता, उत्तम व्यक्तित्व एवं कुशल नेतृत्व के गुण होने चाहिए। वह सीखने वाले व्यक्ति अर्थात अधिगमकर्ता का सर्वांगीण विकास कर सके। | ||
{मैराथन दौड़ में दौड़ने की दूरी कितनी होती है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-7 प्रश्न-19 | {मैराथन दौड़ में दौड़ने की दूरी कितनी होती है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-7 प्रश्न-19 | ||
पंक्ति 632: | पंक्ति 631: | ||
{फ्रेडरिक तुडविक जॉन ने [[जर्मनी]] में किस प्रकार जिमनास्टिक्स की शुरुआत की थी? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-18 प्रश्न-99 | {फ्रेडरिक तुडविक जॉन ने [[जर्मनी]] में किस प्रकार जिमनास्टिक्स की शुरुआत की थी? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-18 प्रश्न-99 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-उपचारिता | -उपचारिता | ||
+देशभक्ति | +देशभक्ति | ||
-शैक्षिक | -शैक्षिक | ||
-मनोरंजन | -मनोरंजन | ||
||फ्रेडरिक लुडविक जॉन का जन्म [[11 अगस्त]], 1778 को [[जर्मनी]] में हुआ था। इन्हें जर्मनी के जिमनास्टिक्स का 'पिता' भी कहा जाता है। इन्होंने जिमनास्टिक्स की शुरुआत देशभक्ति जिमनास्टिक्स के रूप में की थी। लुडविक का यह विश्वास था कि शारीरिक शिक्षा राष्ट्रीय शक्ति और स्वास्थ्य के लिए अति आवश्यक है। | ||फ्रेडरिक लुडविक जॉन का जन्म [[11 अगस्त]], 1778 को [[जर्मनी]] में हुआ था। इन्हें जर्मनी के जिमनास्टिक्स का 'पिता' भी कहा जाता है। इन्होंने जिमनास्टिक्स की शुरुआत देशभक्ति जिमनास्टिक्स के रूप में की थी। लुडविक का यह विश्वास था कि शारीरिक शिक्षा राष्ट्रीय शक्ति और स्वास्थ्य के लिए अति आवश्यक है। | ||
13:02, 14 जनवरी 2017 का अवतरण
|