नागालैंड स्थापना दिवस
नागालैंड स्थापना दिवस
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राजधानी | कोहिमा |
स्थापना | 1 दिसंबर, 1963 |
क्षेत्रफल | 16,579 वर्ग किमी |
ज़िले | 11 |
साक्षरता | 67.11% |
राज्यपाल | निखिल कुमार |
मुख्यमंत्री | नेफ्यू रियो |
बाहरी कड़ियाँ | अधिकारिक वेबसाइट |
अद्यतन | 19:48, 24 नवम्बर 2013 (IST)
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नागालैंड स्थापना दिवस 1 दिसम्बर को बनाया जाता है। नागालैंड 1 दिसंबर, 1963 को भारतीय संघ का 16 वां राज्य बना। बारहवीं - तेरहवीं शताब्दी में यहाँ के निवासियों का असम के 'अहोम' लोगों से धीरे-धीरे संपर्क हुआ, लेकिन इससे इन लोगों के रहन-सहन पर कोई विशेष प्रभाव नहीं पड़ा। उन्नीसवीं शताब्दी में अंग्रेज़ों के आगमन पर यह राज्य ब्रिटिश प्रशासन के अधीन आ गया। स्वंतत्रता के पश्चात 1957 में यह क्षेत्र केंद्रशासित प्रदेश बन गया और असम के राज्यपाल द्वारा इसका प्रशासन देखा जाने लगा। यह 'नगा हिल्स तुएनसांग' क्षेत्र कहलाया। यह प्रशासन नागरिकों की उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा और यहाँ असंतोष पनपने लगा। अत: 1961 में इसका नाम बदलकर ‘नगालैंड’ रखा गया और इसे 'भारतीय संघ' के राज्य का दर्जा दिया गया, जिसका विधिवत उद्घाटन 1 दिसंबर, 1963 को हुआ।
नागालैंड
इस राज्य के पूर्व में म्यांमार, उत्तर में अरुणाचल प्रदेश, पश्चिम में असम और दक्षिण में मणिपुर से घिरा हुआ है। इसकी राजधानी कोहिमा है और इसे 'पूरब का स्विजरलैंड' भी कहा जाता है। नागालैंड राज्य का क्षेत्रफल 16,579 वर्ग किमी है। 2001 का जनगणना के अनुसार इस राज्य की आबादी 19,88,636 है। असम घाटी की सीमा से लगे क्षेत्र के अलावा इस राज्य का क्षेत्र अधिकांशत: पहाड़ी है। इसकी सबसे ऊंची पहाड़ी का नाम सरमती है जिसकी ऊंचाई 3,840 मीटर है। यह पर्वत शृंखला नागालैंड और म्यांमार के मध्य एक प्राकृतिक सीमा रेखा का निर्माण देती है।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
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