मौद्गल्य (ऋषि)
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
नवनीत कुमार (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 06:11, 23 जून 2016 का अवतरण ('{{बहुविकल्प|बहुविकल्पी शब्द=मौद्गल्य|लेख का नाम=मौ...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
मौद्गल्य | एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- मौद्गल्य (बहुविकल्पी) |
मौद्गल्य का उल्लेख हिन्दू पौराणिक महाकाव्य महाभारत में हुआ है। यह एक ऋषि थे, इन्हें शतद्युम्न ने सुवर्णमय घर दान किया था।
इन्हें भी देखें: प्रणक ऋषि, प्रश्नि ऋषि एवं स्थाणु ऋषि
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
महाभारत शब्दकोश |लेखक: एस. पी. परमहंस |प्रकाशक: दिल्ली पुस्तक सदन, दिल्ली |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 89 |
संबंधित लेख
|