ग्वाम द्वीप
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ग्वाम द्वीप प्रशांत महासागर में स्थित मैरियाना द्वीपसमूह का बृहत्तम तथा सर्वाधिक जनसंख्या वाला द्वीप है। इसकी लंबाई 30-32 मील; चौड़ाई 04-10 मील तथा क्षेत्रफल लगभग 225 वर्ग मील है। यह द्वीपपुंज के दक्षिणी छोर पर फैला हुआ है। द्वितीय महायुद्ध में 1941 ई. के दिसम्बर में इसे जापानियों ने अधिकृत कर लिया था, लेकिन 1944 ई. के अगस्त में यह पुन: अमरीका के हाथ में चला गया।[1]
- यह द्वीप ज्वालामुखीय है और लगभग चतुर्दिक तटीय प्रवाल भित्तियों से घिरा है।
- यहाँ भूकंप बहुधा हुआ करता है। इसका धरातल पठारी तथा उबड़-खाबड़ है।
- ग्वाम द्वीप का उत्तरी भाग अधिकांशत: वनाच्छादित है। पूर्वी छोर पर खड़ी ढाल मिलती है। उत्तर का क्षेत्र समुद्रतल से लगभग 500 फुट ऊँचा है।
- दक्षिण में धरातल नीचा किंतु टूटा-फूटा तथा पहाड़ी है। इन पहाड़ियों के मध्य में स्थित घाटियाँ कृषि के लिये उपजाऊ है।
- यहाँ औसत वार्षिक वर्षा अच्छी होती है तथा तापमान 22°-31° सेन्टीग्रेड रहता है।
- मक्का, शकरकंद, गन्ना, नारियल, केको, कहवा, कैसावा, केला, अनन्नास, रसदार फल तथा आम आदि यहाँ पैदा होते हैं।
- पशुपालन तथा नायियल से नारिकेल तैयार करने के उद्योग भी यहाँ प्रमुख हैं।
- ग्वाम द्वीप के अधिकांश निवासी छोटे कस्बों तथा नगरों में रहते हैं। इन नगरों में बैरिगादा जनसंख्या 11,532 (1950), अपना राजधानी, जनसंख्या 10,004 (1940), सिनाजना (9,159), यीगो (9026) तथा समे (6131) प्रमुख हैं। कुल ग्वाम की लगभग आधी (30,000) जनसंख्या आदिवासी है और शेष अमरीकी।
- महत्वपूर्ण सामरिक स्थिति के कारण यह द्वीप संयुक्त राज्य अमरीका का प्रमुख हवाई तथा नौसैनिक अड्डा है।
- इस द्वीप का पता फर्डिनेंड मैगलन ने 6 मार्च, 1581 ई. को लगाया था।
- 1858 ई. में स्पेन ने इसे संयुक्त राज्य अमरीका को दे दिया।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ ग्वाम द्वीप (हिन्दी)। । अभिगमन तिथि: 01 मई, 2014।