कोठामूरी

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कोठामूरी उत्तरी केरल के मालवंस के बीच प्रचलित लोक नृत्य है।

  • पत्तों और टहनियों से बैलों की बनी प्रतिकृति को नर्तक कंधों पर लेकर नर्तकियों के पीछे चलते हैं। उनके घाघरे नारियल के पत्तों से बने होते हैं और चेंदा व किन्नी (पीतल की प्लेट) जैसे वाद्य यंत्रों के सुर ताल के साथ नृत्य में गजब का आनंददायी माहौल रहता है।


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