"भैंसरोड़गढ़ अभयारण्य" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
 
पंक्ति 4: पंक्ति 4:
 
*अभयारण को वर्ष [[1983]] में घोषित किया गया।
 
*अभयारण को वर्ष [[1983]] में घोषित किया गया।
 
*जब यह अभयारण्य बनाया गया, उस समय से यहाँ वन्य जीवों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
 
*जब यह अभयारण्य बनाया गया, उस समय से यहाँ वन्य जीवों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
*सैकड़ों प्रकार के पक्षियों के अतिरिक्त बघेरा, लक्कड़बग्घा, नीलगाय, [[जंगली सूअर]], [[चीतल]], चिंकारा, [[गीदड़]] व लोमड़ी आदि वन्य जीव जहाँ पाये जाते हैं।
+
*सैकड़ों प्रकार के पक्षियों के अतिरिक्त बघेरा, लक्कड़बग्घा, नीलगाय, [[जंगली सूअर]], [[चीतल]], [[चिंकारा]], [[गीदड़]] व लोमड़ी आदि वन्य जीव जहाँ पाये जाते हैं।
  
 
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1|माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
 
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1|माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}

07:26, 1 जुलाई 2014 के समय का अवतरण

भैंसरोड़गढ़ अभयारण्य चित्तौड़गढ़ ज़िला, राजस्थान के पर्वतीय क्षेत्र भैंसरोड़गढ़ के निकट इसमें निवास करने वाले वन्य जीवों की सुरक्षा के उद्देश्य से बनाया गया। यह अभयारण्य चम्बल और बामनी नदी के चारों ओर फैला हुआ है।

  • यह अभयारण्य 229 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैला हुआ है।
  • अभयारण को वर्ष 1983 में घोषित किया गया।
  • जब यह अभयारण्य बनाया गया, उस समय से यहाँ वन्य जीवों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
  • सैकड़ों प्रकार के पक्षियों के अतिरिक्त बघेरा, लक्कड़बग्घा, नीलगाय, जंगली सूअर, चीतल, चिंकारा, गीदड़ व लोमड़ी आदि वन्य जीव जहाँ पाये जाते हैं।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख