किदम्बी श्रीकान्त
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पूरा नाम | किदम्बी श्रीकान्त |
जन्म | 7 फ़रवरी, 1993 |
जन्म भूमि | गुंटूर, आंध्र प्रदेश |
अभिभावक | पिता- के.वी.एस. कृष्णा, माता- राधा |
कर्म भूमि | भारत |
खेल-क्षेत्र | बैडमिंटन |
पुरस्कार-उपाधि | इंडोनेशिया ओपन सुपर सीरीज़ (2017), ऑस्ट्रेलिया ओपन सुपर सीरीज़ (2017), पद्म श्री (2018) |
प्रसिद्धि | बैडमिंटन खिलाड़ी |
नागरिकता | भारतीय |
संबंधित लेख | पुलेला गोपीचंद |
ऊँचाई | 5 फुट 10 इंच |
शीर्ष वरीयता | 11वीं (23 जून, 2017) |
अन्य जानकारी | 11वीं वरीयता प्राप्त किदम्बी श्रीकांत लगातार दो सुपर सीरीज़ (ऑस्ट्रेलिया और इंडोनेशिया) ख़िताब जीतने वाले पहले भारतीय पुरुष बैडमिंटन खिलाड़ी बन गए हैं। |
अद्यतन | 12:42, 10 सितम्बर 2022 (IST)
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किदम्बी श्रीकान्त (अंग्रेज़ी: Kidambi Srikant, जन्म- 7 फ़रवरी, 1993, आंध्र प्रदेश) भारत के बैडमिंटन खिलाड़ी हैं। उन्होंने बैडमिंटन में कई शानदार सफलताएँ प्राप्त की हैं। बर्मिघम, इंग्लैंड में आयोजित राष्ट्रमंडल खेल 2022 में किदम्बी श्रीकान्त ने सिंगापुर के जिया हेंग तेह को हराकर देश के लिये कांस्य पदक जीता है। इससे पूर्व भी उन्होंने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए 25 जून, 2017 को ऑस्ट्रेलिया ओपन सुपर सीरीज़ के पुरुष एकल वर्ग के फ़ाइनल में उस समय उलटफेर कर डाला, जब उन्होंने मौजूदा ओलिम्पिक और विश्व चैम्पियन चीन के चेन लॉन्ग को 22-20, 21-16 से हराकर खिताब पर कब्ज़ा जमा लिया। उन्होंने कुछ ही दिन पहले इंडोनेशिया ओपन सुपर सीरीज़ खिताब भी जीता था। वे पहले भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी हैं, जिन्होंने यह कारनामा कर दिखाया। 21 मार्च, 2018 को तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उन्हें 'पद्म श्री' से सम्मानित किया था।
परिचय
किदम्बी श्रीकान्त का जन्म 7 फ़रवरी, 1993 को आंध्र प्रदेश राज्य के गुंटूर में हुआ था। उनके पिता का नाम के.वी.एस. कृष्णा और माता का नाम राधा है। उनके बड़े भाई नन्दा गोपाल खुद भी एक बैडमिंटन खिलाड़ी हैं। किदम्बी श्रीकान्त ने साल 2000 में अपने बड़े भाई नंदगोपाल के साथ बैडमिंटन को चुना, जब वे दोनों गुंटूर में नवनिर्मित नगरपालिका स्टेडियम में शामिल हुए। नंदगोपाल की प्रतिभा को स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ स्पोर्ट्स ने देखा और आंध्र प्रदेश की स्पोर्ट्स अकादमी में प्रशिक्षण के लिए विशाखापत्तनम चले गए। 2001 में किदम्बी श्रीकान्त भी अकादमी में शामिल हो गए और छात्रावास की अकादमी में अपने भाई के साथ एक कमरे में रहने लगे।[1]
आंध्र प्रदेश की स्पोर्ट्स अकादमी में अपने भाई के साथ जुड़ने से पहले किदम्बी श्रीकान्त बहुत ही ज्यादा आलसी थे। हालांकि, उन्होंने अकादमी में शामिल होने के लिए कड़ी मेहनत की। श्रीकांत ने 2008 में गोपीचंद बैडमिंटन अकादमी में शामिल होने तक बैडमिंटन को गंभीरता से नहीं लिया था। वह और नंदगोपाल पूर्व भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी और राष्ट्रीय कोच पुलेला गोपीचंद द्वारा संचालित बैडमिंटन अकादमी में शामिल हो गए।
कॅरियर
गोपीचंद बैडमिंटन अकादमी में जाने के बाद किदम्बी श्रीकान्त ने बैडमिंटन को गंभीरता से लेना शुरू कर दिया। पुलेला गोपीचंद का मानना था कि उनमें प्रतिभा है लेकिन उनमें फोकस की कमी थी। गोपीचंद ने उन्हें खेल पर अपना ध्यान मजबूत करने के लिए निर्देशित किया। साल 2011 में एक अंतरराष्ट्रीय ब्रेक मिलने के बाद, उन्होंने पुणे में अखिल भारतीय जूनियर अंतर्राष्ट्रीय बैडमिंटन चैंपियनशिप में अपना पहला जूनियर एकल खिताब और युगल खिताब जीता। एक साल बाद उन्होंने मालदीव इंटरनेशनल चैलेंज में अपना पहला एकल खिताब जीता।
साल 2013 में उन्होंने पारुपल्ली कश्यप को हराकर सीनियर नेशनल बैडमिंटन चैंपियनशिप में अपना पहला एकल राष्ट्रीय खिताब जीता। जनवरी 2014 में वह इंडियन ग्रां प्री गोल्ड में उपविजेता के रूप में सामने आये। 2015 में सैयद मोदी इंटरनेशनल में उन्हें फाइनल में पारुपल्ली कश्यप ने हराया। किदम्बी श्रीकान्त ने एक साल बाद टूर्नामेंट का खिताब जीता। साल 2016 में उन्होंने गुवाहाटी में दक्षिण एशियाई खेलों में पुरुष एकल और टीम में दो स्वर्ण पदक जीते। उस वर्ष भारतीय पुरुष टीम सेमीफाइनल में हार के बाद कांस्य के लिए बस गई लेकिन श्रीकांत हैदराबाद में एशियाई टीम चैंपियनशिप में नाबाद रहे।[1]
साल 2019 के दक्षिण एशियाई खेलों में उन्होंने नेपाल के काठमांडू में पुरुष टीम में स्वर्ण पदक जीता। 2020 में किदम्बी श्रीकान्त और उनकी टीम ने मनीला में एशियाई टीम चैंपियनशिप में फिर से कांस्य पदक जीता।
वर्ष 2022 में प्रदर्शन
वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप, 2021 में अपने हमवतन लक्ष्य सेन को हराकर किदम्बी श्रीकान्त फाइनल में प्रवेश करने वाले पहले भारतीय एकल खिलाड़ी बने थे। किदम्बी श्रीकान्त ने स्विस बैडमिंटन ओपन, 2022 में भी बड़ा उलटफेर करते हुए सेमीफाइनल तक का सफर तय किया। श्रीकान्त इसी साल आयोजित मेंस सिंगल वर्ग के कोरिया ओपन, 2022 में सेमीफाइनल तक पहुंचे थे और उन्हें इंडोनेशिया के जोनाथन क्रिस्टी के हाथों कड़े मुकाबले में हार मिली।
राष्ट्रमंडल खेल 2022
राष्ट्रमंडल खेल 2022 के 10वें दिन भारतीय खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया। एथलेटिक्स, बॉक्सिंग, टेबल टेनिस और स्क्वैश के बाद बैडमिंटन में भी भारत को पदक मिले। बैडमिंटन में भारत के किदम्बी श्रीकान्त ने सिंगापुर के जिया हेंग तेह को हराकर कांस्य पदक जीता। कांस्य पदक मैच में किदम्बी श्रीकान्त ने सिंगापुर के जिया हेंग तेह को सीधे सेटों में 21-15, 21-17 से शिकस्त दी। सेमीफाइनल में हार के बाद श्रीकांत कांस्य पदक के दावेदार थे, लेकिन उन्हें इस पदक को जीतने के लिए काफी पसीना बहाना पड़ा। सिंगापुर के जिया हेंग तेह ने चोटिल होने के बाद भी गजब का जज्बा दिखाया। किदम्बी श्रीकान्त ने इस मुकाबले को 21-15, 21-18 से जीतने के बाद रैंकिंग में 87वें स्थान पर काबिज खिलाड़ी के हौसले को सम्मान देते हुए गले लगया।
थॉमस कप, 2022
मई 2022 में थाईलैंड के बैंकाक में आयोजित थोमस कप में भारतीय बैडमिंटन टीम ने उम्दा प्रदर्शन करते हुए 14 बार की विश्व विजेता टीम इंडोनेशिया को पराजित कर यह कप अपने नाम किया। किदम्बी श्रीकान्त के अलावा एच.एस. प्रणॉय, लक्ष्य सेन, सात्विक साईराज रंकीरेड्डी, चिराग शेट्टी इस टीम का हिस्सा थे। अपने सभी पांच मुकाबले जीतकर भारतीय टीम ने फाइनल में इंडोनेशिया को 3-0 से मात देकर जीत अपने नाम की। पद्म श्री और अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किदम्बी श्रीकान्त जब भारत लौटे तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनसे मुलाक़ात की तथा हौसला बढ़ाया।
वर्ष 2021 में प्रदर्शन
बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड टूर फाइनल्स, 2020 के युगल मैच में पी. वी. सिंधु और किदम्बी श्रीकान्त साथ-साथ खेले, लेकिन दोनों शुरूआती मुकाबलों में हार के साथ बाहर हो गये। वहीं अंतिम सिंगल मैच में सिधु ने जीत हासिल की, किन्तु श्रीकान्त को हार के साथ प्रतियोगिता से बाहर होना पड़ा। भारत के स्टार शटलर किदांबी श्रीकांत सेमीफाइनल मैच में डेनमार्क के विक्टर एक्सेलसन से 13-21, 19-21 से हारकर स्विस ओपन 2021 प्रतियोगिता से बाहर हो गए। वर्ष 2021 के ही आल इंग्लैंड चैम्पियनशिप में किदम्बी श्रीकान्त और कश्यप की जोड़ी का निराशाजनक प्रदर्शन रहा और दोनों पहले राउंड में बाहर हो गये। ऑरलियंस मास्टर्स 2021 में किदम्बी श्रीकान्त सुपर 1000 टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में 14 रैंकिंग के फ्रांस खिलाड़ी टोमा जूनियर से हारकर प्रतियोगिता से बाहर हो गये थे।[1]
उपलब्धियाँ
मैच में किदम्बी श्रीकान्त ने शानदार खेल का प्रदर्शन किया और दुनिया में छठे नंबर के खिलाड़ी, जो इस वर्ष के ऑल इंग्लैंड चैम्पियन भी हैं, को संभलने का कोई मौका दिए बिना शिकस्त दे डाली। 46 मिनट तक चले मैच की शुरुआत में किदम्बी श्रीकान्त और चेन लॉन्ग के बीच मुकाबला कांटे का लग रहा था, लेकिन जल्द ही भारतीय सितारे ने मैच पर पकड़ बना ली। किदम्बी श्रीकान्त ऑस्ट्रेलिया ओपन टूर्नामेंट से पहले इंडोनेशिया ओपन सुपर सीरीज़ के अलावा सिंगापुर ओपन के फ़ाइनल में भी पहुंचे थे। इसीलिये वह ऑस्ट्रेलिया ओपन के फ़ाइनल में पहुंचते ही दुनिया के पांचवें ऐसे खिलाड़ी बने, जिन्होंने लगातार तीन सुपर सीरीज़ फ़ाइनल में प्रवेश किया था।
ख़िताब
- 2012 में मालदीव इंटरनेशनल चैलेंज।
- 2013 में थाइलैंड ओपन ग्रां प्री गोल्ड।
- 2014 में चाइना ओपन सुपर सीरीज़ प्रीमियर।
- 2015 में स्विस ओपन ग्रां प्री गोल्ड।
- 2015 में इंडिया ओपन सुपर सीरीज़।
- 2016 में सैयद मोदी इंटरनेशेनल चैलेंज।
- 2016 में साउथ एशियन गेम्स।
- 2017 में इंडोनेशिया ओपन सुपर सीरीज़।
- 2017 में ऑस्ट्रेलिया ओपन सुपर सीरीज़।
पुरस्कार
'भारतीय बैडमिंटन संघ' (बाई) ने किदम्बी श्रीकान्त के लिए पांच लाख रुपये के पुरस्कार की घोषणा की, जिन्होंने सिडनी में ऑस्ट्रेलियन ओपन सुपर सीरीज खिताब अपने नाम किया। वह पहले भारतीय पुरूष शटलर हैं, जिन्होंने लगातार दो सुपर सीरीज खिताब जीते हैं। 'बाई' के अध्यक्ष हिमांत विश्व शर्मा ने किदम्बी श्रीकान्त की शानदार जीत पर उन्हें बधाई देते हुए कहा- "हमें श्रीकान्त आपकी उपलब्धियों पर गर्व है। यह अद्भुत रहा। उन्होंने एक बार फिर देश को ही गौरवान्वित नहीं किया बल्कि अपना नाम सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों की सूची में भी लिखवा लिया और श्रीकान्त की प्रशंसा के लिये कोई भी शब्द काफ़ी नहीं होगा।"
21 मार्च, 2018 को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उन्हें 'पद्म श्री' से सम्मानित किया।
समाचार
- 25 जून, 2017, रविवार
ऑस्ट्रेलिया ओपन सुपर सीरीज़ का ख़िताब
भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी किदम्बी श्रीकांत ने अपने शानदार फॉर्म को जारी रखते हुए रविवार को ऑस्ट्रेलिया ओपन सुपर सीरीज़ के पुरुष एकल वर्ग के फाइनल में भी उलटफेर कर डाला और मौजूदा ओलिम्पिक और विश्व चैम्पियन चीन के चेन लॉन्ग को 22-20, 21-16 से हराकर खिताब पर कब्ज़ा जमा लिया। पुरुष एकल वर्ग के फाइनल में 11वीं वरीयता प्राप्त किदम्बी श्रीकांत का यह लगातार दूसरा सुपर सीरीज़ खिताब है, और इसी के साथ वह लगातार दो सुपर सीरीज़ खिताब जीतने वाले पहले भारतीय पुरुष बैडमिंटन खिलाड़ी बन गए हैं। श्रीकांत ने कुछ ही दिन पहले इंडोनेशिया ओपन सुपर सीरीज़ खिताब भी जीता था, जो उनके करियर का पहला सुपर सीरीज़ खिताब था, और पहली बार किसी भारतीय पुरुष खिलाड़ी ने उसे हासिल किया था। किदम्बी श्रीकांत ऑस्ट्रेलिया ओपन टूर्नामेंट से पहले इंडोनेशिया ओपन सुपर सीरीज़ के अलावा सिंगापुर ओपन के फाइनल में भी पहुंचे थे, सो वह, ऑस्ट्रेलिया ओपन के फाइनल में पहुंचते ही दुनिया के पांचवें ऐसे खिलाड़ी बने, जिन्होंने लगातार तीन सुपर सीरीज़ फाइनल में प्रवेश किया। जहां तक ऑस्ट्रेलिया ओपन सुपर सीरीज़ का सवाल है, किदम्बी श्रीकांत इसे जीतने वाले भी पहले भारतीय पुरुष खिलाड़ी हैं।
- समाचार को विभिन्न स्रोतों पर पढ़ें
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टीका-टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ 1.0 1.1 1.2 श्रीकांत किदांबी का जीवन परिचय (हिंदी) shubhamsirohi.com। अभिगमन तिथि: 10 सितंबर, 2021।
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