वरण नामक प्राचीन नगर का उल्लेख 'बुद्धचरित'[1] में हुआ है, जहाँ 'वारण' नामक यक्ष को बुद्ध ने दीक्षा दी थी। इसका अभिज्ञान अनिश्चित है।[2]