विहार

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विहार बौद्ध धर्म में धार्मिक उपदेश आदि दिये जाने वाले स्थान को कहा जाता है। बौद्ध परम्परा के अनुसार चैत्य गुफ़ाएँ धार्मिक पूजा-अर्चना और चिंतन-तपश्चर्या के लिए होती थीं तो विहार धर्मोपदेश के लिए सभागृह का काम करते थे।

  • विहारों में बुद्ध की प्रतिमा होती है। इनमें बौद्ध भिक्षु निवास करते है।
  • उच्च शिक्षा में धार्मिक विषयों के अलावा अन्य विषय भी शामिल होते थे और इसका केन्द्र बौद्ध विहार ही हुआ करते थे। इनमें सबसे प्रसिद्ध बिहार का नालन्दा विश्वविद्यालय था।
  • अन्य शिक्षा के प्रमुख केन्द्र विक्रमशिला और उद्दंडपुर थे। ये भी बिहार में ही थे। इन केन्द्रों में दूर-दूर से, यहाँ तक की तिब्बत से भी, विद्यार्थी आते थे। यहाँ शिक्षा नि:शुल्क प्रदान की जाती थी। इन विश्वविद्यालयों का खर्च शासकों द्वारा दी गई मुद्रा और भूमि के दान से चलता था।
  • बौद्ध धर्म में बौद्ध भिक्षुओं के ठहरने के स्थान को विहार कहते हैं। यही विहार जो तुर्कों द्वारा दिया गया है, वह बाद में बिहार हो गया। बिहार शब्द 'विहार' का अपभ्रंश रूप है।


इन्हें भी देखें: बुद्ध, बौद्ध धर्म, स्तूप, बौद्ध धार्मिक स्थल एवं बौद्ध दर्शन


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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