शिखा पांडे का क्रिकेट कॅरियर
शिखा पांडे का क्रिकेट कॅरियर
| |||
व्यक्तिगत परिचय
| |||
| पूरा नाम | शिखा पांडे | ||
| जन्म | 12 मई, 1989 | ||
| जन्म भूमि | करीमनगर, गोवा) | ||
खेल परिचय
| |||
| बल्लेबाज़ी शैली | दाएं हाथ की बल्लेबाज़ी | ||
| गेंदबाज़ी शैली | दाएं हाथ की मध्यम गेंदबाज़ | ||
| टीम | भारतीय महिला क्रिकेट टीम | ||
| भूमिका | हरफनमौला (ऑल राउंडर) | ||
| पहला टेस्ट | 13 अगस्त, 2014 | ||
| पहला वनडे | 21 अगस्त, 2014 | ||
कैरियर आँकड़े
| |||
| प्रारूप | टेस्ट क्रिकेट | एकदिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय | टी-20 अन्तर्राष्ट्रीय |
| मुक़ाबले | 2 | 26 | 22 |
| बनाये गये रन | 37 | 335 | 140 |
| बल्लेबाज़ी औसत | 37.00 | 30.45 | 14.00 |
| 100/50 | - | 0/2 | - |
| सर्वोच्च स्कोर | 28 नाबाद | 59 | 26 नाबाद |
| फेंकी गई गेंदें | 159 | 1194 | 288 |
| विकेट | 4 | 39 | 12 |
| गेंदबाज़ी औसत | 20.00 | 18.58 | 25.16 |
| पारी में 5 विकेट | |||
| मुक़ाबले में 10 विकेट | |||
| सर्वोच्च गेंदबाज़ी | |||
| कैच/स्टम्पिंग | - | 4/0 | 6/0 |
| अन्य जानकारी | शिखा पांडे ऐसी पहली महिला क्रिकेटर हैं, जिन्होंने दोनों राज्य स्तर पर गोवा के लिए और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के लिए क्रिकेट खेला है। | ||
| बाहरी कड़ियाँ | Shikha Pandey | ||
| अद्यतन | 18:25, 27 जून 2017 (IST)
| ||
शिखा पांडे भारतीय महिला क्रिकेट खिलाड़ी हैं। वह पेशे से इंजीनियर हैं। उन्होंने गोवा कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग से इलेक्ट्रानिक्स और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिग्री प्राप्त की है। उसके बाद वह 2011 में भारतीय वायु सेना में शामिल हो गई और एक एयर यातायात नियंत्रक बन गईं।
कॅरियर
शिखा पांडे को 15 साल की उम्र में 2004 में गोवा के लिए खेलने के लिए चयनित किया गया था। बाद में 17 साल की उम्र में 2007-2008 के लिए उन्हें गोवा के महिला वरिष्ठ राज्य साइड के पक्ष में खेलने के लिए चुना गया था। पूर्व भारतीय महिला टीम के कप्तान और उसके बाद भारतीय कोच और दक्षिण क्षेत्र चयनकर्ता पूर्णिमा राव ने उन्हें अंडर-19 क्रिकेट टूर्नामेंट के तहत प्रोत्साहित किया और भारत के लिए खेलने के लिए प्रेरित किया। इसके लिये शिखा पांडे ने अपने इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम से एक वर्ष का अवकाश लिया और बोर्ड प्रेसिडेंट्स इलेवन में 2010 और 2011 में होने वाली इंग्लैंड और वेस्टइंडीज की टीमों के साथ क्रमशः मैच खेला।
शिखा पांडे ने गोवा के लिए खेलना जारी रखा और 2013-2014 अंतरराष्ट्रीय ट्वेंटी 20 टूर्नामेंट के बाद उन्हें भारत की ओर से बांग्लादेश के दौरे के लिए चयनित किया गया था, जिसमें बांग्लादेश के साथ 3 मैत्री मैच थे और 2014 आईसीसी महिला विश्व ट्वेंटी 20 था। वह दिलीप सरदेसाई के बाद किसी भारतीय राष्ट्रीय टीम के लिए खेलने के लिए गोवा की पहली खिलाड़ी हैं। वह पहली गोवा में जन्मी ऐसी खिलाड़ी हैं, जिन्होंने वनडे और अंतर्राष्ट्रीय टी 20 खेला और सरदेसाई के बाद टेस्ट क्रिकेट खेलने वाली दूसरी खिलाड़ी हैं, इस प्रकार वह पहली ऐसी क्रिकेटर हैं, जिन्होंने दोनों राज्य स्तर पर गोवा के लिए और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के लिए क्रिकेट खेला है।
|
|
|
|
|
|
