जोशना चिनप्पा
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पूरा नाम | जोशना चिनप्पा |
जन्म | 15 सितंबर, 1986 |
जन्म भूमि | चेन्नई, तमिलनाडु |
अभिभावक | पिता- अनजन चिनप्पा, माता- सुनीता चिनप्पा |
कर्म भूमि | भारत |
खेल-क्षेत्र | स्क्वॉश खिलाड़ी |
पुरस्कार-उपाधि | पद्म श्री (2024) |
प्रसिद्धि | एशियाई स्क्वॉश चैंपियनशिप खिताब जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी (2013) |
नागरिकता | भारतीय |
हाथ का इस्तेमाल | दाएँ |
उच्च वरीयता | 25 (अप्रॅल, 2013) |
अन्य जानकारी | जोशना चिनप्पा 18 खिताबों के साथ, अधिकांश राष्ट्रीय चैम्पियनशिप जीतने वाली रिकॉर्ड धारक महिला खिलाड़ी हैं। |
अद्यतन | 13:52, 27 जनवरी 2024 (IST)
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जोशना चिनप्पा (अंग्रेज़ी: Joshna Chinappa, जन्म- 15 सितंबर, 1986, चेन्नई) भारत की महिला स्क्वॉश खिलाड़ी हैं। 2003 में अंडर-19 की कैटेगरी में ब्रिटिश स्क्वॉश चैम्पियनशिप जीतने वाली वे प्रथम भारतीय महिला खिलाड़ी हैं। वे भारत की सबसे कम उम्र की राष्ट्रीय चैंपियन भी हैं। ग्लासगो में आयोजित 20वें कामनवेल्थ गेम्स में जोशना चिनप्पा और दीपिका पल्लीकल की जोड़ी ने 2 अगस्त, 2014 को स्क्वॉश में भारत के लिये स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा था।
परिचय
जोशना चिनप्पा का जन्म 15 सितम्बर, 1986 को चेन्नई, तमिलनाडु में हुआ था। उनके पिता का नाम अंजन चिनप्पा था, जो कुर्ग में एक कॉफ़ी का बागान चलाया करते थे। इसके साथ ही वह एक स्क्वैश खिलाड़ी भी थे।[1]
शिक्षा
जब जोशना चिनप्पा आठ साल की थीं तो उन्होंने माना कि बैडमिंटन या टेनिस को आगे बढ़ाया जाए। आखिरकार, उन्होंने स्क्वैश को चुना जिसे उन्होंने मद्रास क्रिकेट क्लब में खेलना शुरू किया था। उनके पिता, जो तमिलनाडु स्क्वैश टीम का प्रतिनिधित्व करते थे, उनके पहले कोच भी थे।
कॅरियर
- जोशना चिनप्पा के पिता और दादा दोनों एक स्क्वैश खिलाड़ी थे। जिसके कारण जोशना ने सात साल की उम्र में स्क्वैश खेलना शुरू कर दिया था। उनके पिता ने तमिलनाडु स्क्वैश टीम का प्रतिनिधित्व किया था, इसलिए जोशना के पिता उनके सबसे पहले कोच भी थे। जोशना महेश भूपति द्वारा लक्ष्मी मित्तल के वित्त पोषण के साथ स्थापित मित्तल चैंपियंस ट्रस्ट की पहली लाभार्थी थीं।
- वर्ष 2000 में जोशना चिनप्पा ने अपने कॅरियर का पहला जूनियर और सीनियर राष्ट्रीय चैम्पियनशिप खिताब जीता। फिर वह 14 साल की उम्र में दोनों खिताब जीतने वाली सबसे कम उम्र की खिलाड़ी बनीं। जिसके 2 वर्ष बाद ही 2003 में उन्होंने अंडर-17 श्रेणी में ब्रिटिश जूनियर ओपन खिताब जीतकर एक ओर इतिहास रचा, जब वह 16 साल की थीं। अगले वर्ष, वह उसी प्रतियोगिता के अंडर-19 वर्ग के फाइनल में पहुंच गई, लेकिन इस बार मिस्र की ओमेना अब्देल कवी से वह हार गईं।[1]
- 2005 में जोशना चिनप्पा फिर से उसी टूर्नामेंट में वापस आईं और दक्षिण अफ्रीका के टेनिल स्वार्ट्ज को हराकर खिताब जीता। जुलाई 2005 में जोशना चिनप्पा ने बेल्जियम में विश्व जूनियर स्क्वैश चैंपियनशिप में भाग लिया, जिसमे उनकी जीत हुई। जोशना ने अपना पहला डब्ल्यूआईएसपीए टूर ख़िताब 2008 में जीता था। 2010 में उन्होंने ने जर्मन लेडीज ओपन जीता। मई 2012 में सात महीने के ब्रेक के बाद वापस आई तो अपने गृहनगर चेन्नई ओपन में WISPA का खिताब जीता।
- अप्रॅल 2014 में ऑस्ट्रेलिया के पूर्व विश्व चैंपियन राचेल ग्रिनहैम को पछाड़ते हुए रिचमंड ओपन जीता। अगस्त 2014 में जोशना चिनप्पा और दीपिका ने ग्लासगो में 2014 के राष्ट्रमंडल खेलों में महिला युगल में पांचवीं वरीयता प्राप्त की। ग्रुप स्टेज में हर मैच जीतने के बाद, वे क्वार्टर फाइनल में पहुंच गए, जिसमें उन्होंने जोएले किंग और अमांडा लैंड-मर्फी को हराया। इस इवेंट में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया। यह राष्ट्रमंडल खेलों में भारत का पहला स्क्वैश पदक था।
- दिसंबर 2015 में जोशना चिनप्पा ने अपने कॅरियर में 13वां उच्च-विश्व स्तर पर हासिल किया। वह पहली बार रैंकिंग लिस्ट में दीपिका को पछाड़कर सबसे अधिक रैंक वाली भारतीय महिला खिलाड़ी बनीं। लगातार कड़ी मेहनत करके जोशना ने 2016 के दक्षिण एशियाई खेलों, गुवाहाटी, 2016 में स्वर्ण पदक भी हासिल किया। मार्च में जोशना चिनप्पा ने 2017 ब्रिटिश ओपन स्क्वैश चैम्पियनशिप में भाग लिया। वह रानेम एल वेलिली के खिलाफ दूसरे दौर के मैच में हार गईं। फ़रवरी 2019 में, 77वीं सीनियर नेशनल चैम्पियनशिप में जोशना ने अपना 18वां राष्ट्रीय खिताब जीता।[1]
पुरस्कार और सम्मान
- पद्म श्री (2024)
- 2005 में अंडर-19 वर्ग में ब्रिटिश जूनियर स्क्वॉश चैम्पियनशिप का खिताब जीतने वाली जोशना चिनप्पा पहली भारतीय थीं और सबसे कम उम्र की भारतीय महिला राष्ट्रीय चैंपियन भी थीं। वह 18 खिताबों के साथ, अधिकांश राष्ट्रीय चैम्पियनशिप जीतने वाली रिकॉर्ड धारक हैं।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ 1.0 1.1 1.2 जोशना चिनप्पा का जीवन परिचय (हिंदी) samanyagyan.com। अभिगमन तिथि: 19 जनवरी, 2020।